प्रयागराज (राजेश सिंह)। बिहार के खगड़िया में गंगा नदी पर बन रहे पुल का एक हिस्सा गिरने का प्रभाव प्रयागराज में भी देखने को मिल रहा है, जिसका प्रमुख कारण है मलाक हरहर से फाफामऊ (गंगा नदी) पर बन रहे 6 लेन पुल का निर्माण। दरअसल जिस कार्यदाई संस्था एसपी सिंगला ने बिहार पुल का निर्माण किया था, वही इस पुल का निर्माण भी कर रही है। इस हादसे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) में हड़कंप मचा हुआ है।
महाकुंभ 2025 की योजना में शामिल इस को वर्तमान गंगा सेतु (चंद्रशेखर आजाद सेतु) के समानान्तर बनाया जा रहा है। जिसपर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के पास इनर रिंग रोड के बाद यह दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट है। ढाई साल पहले एनएचएआई ने एसपी सिंगला को कार्यदाई संस्था के रूप में 6 लेन पुल को बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
वर्तमान में 47 फीसदी पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी बीच बिहार के खगड़िया में गंगा नदी पर बन रहे पुल के गिरने की सूचना ने एनएचआई के लिए चिंता खड़ी कर दी है। फिलहाल पुल का निर्माण निरंतर चल रहा है। कार्यदाई संस्था के अधिकारियों की मानें तो इसका प्रभाव यहां पर बिलकुल भी नहीं पड़ेगा। वहीं सूत्रों की मानें तो पुल का निर्माण कर रही एसपी सिंगला को प्रयागराज में अन्य किसी भी योजना में टेंडर डालने नहीं दिया जाएगा। हालांकि एनएचएआई के अधिकरियों का कहना है कि पुल के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जा रही है। इसके अलावा हमें जो शासन से आदेश मिलेगा उसका पालन किया जाएगा।
संपर्क मार्ग सहित 9.90 किमी लंबे पुल का निर्माण तेजी के साथ चल रहा है। 6 लेन पुल का सब स्ट्रेक्चर का काम पूरा हो चुका है। जिसके बाद अब सुपर स्ट्रेक्चर का काम चल रहा है। 12 पिलर के इस पुल का निर्माण महाकुंभ से पहले होना है। 19.48 अरब रूपये की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है।
बिहार पुल हादसे का कोई असर यहां नहीं पड़ने वाला, 6 लेन पुल की गुणवत्ता और मजबूती का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। महाकुंभ के पहले इसका निर्माण हो जाएगा। - संजीव कुमार गुप्ता, प्रोजेक्ट मैनेजर, एसपी सिंगला।
ढाई वर्ष पहले एसपी सिंगला को कार्यदाई संस्था के रूप में पुल का निर्माण कार्य सौंपा गया था। फिलहाल हमें शासन के दिशा निर्देश का इंतजार है। - श्योब खान, प्रोजेक्ट हेड, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण।