प्रयागराज (राजेश सिंह)। भदोही में अवैध वसूली में गिरफ्तार दो सिपाहियों आलोक सिंह व राम परवेश यादव ने मौके पर पहुंचे गोपीगंज थाने के पुलिसकर्मियों पर भी धौंस जमाने की कोशिश की। खुद को स्टाफ बताया और कहा कि पहचान नहीं रहे हो। हालांकि, उनकी सिट्टी-पिट्टी तब गुम हो गई, जब उन्हें थाने ले जाया गया। वहां वह अपने किए पर माफी मांगने लगे।
सूत्रों के मुताबिक, ढाबा संचालक के शोर मचाने पर आसपास स्थित होटलों के कर्मचारियों ने जुटकर उसे ले जाने का विरोध किया तो चारों आरोपी उनसे ही उलझ गए। उन्हें भी फंसाने व होटल बंद कराने की धमकी देकर जाने लगे। रोकने पर मारपीट पर आमादा हो गए, जिस पर वहां जुटे लोगों ने उन्हें पकड़ लिया।
उधर यह देख आरोपियों का एक साथी सफारी लेकर भाग निकला। सूचना पर गोपीगंज पुलिस पहुंच गई। पुलिसकर्मियों ने नाम पता पूछा तो दोनों सिपाही धौंस जमाने लगे। खुद को स्टाफ बताकर होटल संचालक व उसके कर्मचारियों पर ही आरोप लगाने लगे। पुलिस ने उनकी एक न सुनी और थाने ले गई। जहां पूछताछ के बाद ढाबा संचालक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। रविवार शाम उन्हें कोर्ट की अनुमति से जेल भेज दिया गया।
आरोपियों ने सफारी पर पुलिस का लोगो भी लगा रखा था। यही नहीं कार पर नीली बत्ती भी लगाए हुए थे। पहले दिन इसी को देखकर ढाबा संचालक व उसके कर्मचारी खौफजदा हो गए थे। गोपीगंज थाना प्रभारी सदानंद सिंह ने बताया कि सफारी का नंबर मिल गया है। वह प्रयागराज आरटीओ में पंजीकृत है। वाहन समेत चालक की तलाश की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि आरोपी दोनों सिपाहियों की तैनाती हंडिया थाने में है। हालांकि, इनमें से एक राम परवेश यादव वर्तमान में डीसीपी न्यायालय से संबद्ध है। गोपीगंज पुलिस ने बताया कि तीसरे आरोपी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि वह हंडिया थाना प्रभारी के लिए लिखापढ़ी का काम करता है और झूंसी में रहता है। इसके अलावा सफारी लेकर फरार होने वाला चालक गौरव श्रीवास्तव अल्लापुर का रहने वाला है।
प्रकरण जानकारी में आया है। फिलहाल भदोही पुलिस की ओर से रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलते ही दोनों सिपाहियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। - अभिषेक भारती, डीसीपी गंगानगर