वाराणसी (राजेश शुक्ल). वाराणसी की ज्ञानवापी परिसर में चौथे दिन का सर्वे खत्म हो गया है। सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी रही। सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे एएसआई की टीम ने सर्वे किया। बीच में लंच ब्रेक और नमाज के लिए सर्वे का काम रोका गया।
ज्ञानवापी परिसर में चौथे दिन का सर्वे खत्म हो गया है। हिंदू-मुस्लिम पक्ष और उनके अधिवक्ता के साथ ही एएसआई की टीम काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार से बाहर निकल चुकी है। नमाज और एएसआई की टीम के लंच ब्रेक के कारण रविवार को सर्वे का काम दोपहर 12रू30 बजे से दो बजे तक रुका रहा। नमाज संपन्न हुई तो दोनों पक्षकारों और उनके अधिवक्ताओं की मौजूदगी में एएसआई की टीम ने फिर सर्वे का काम शुरू किया। ज्ञानवापी से बार निकले अधिवक्ताओं के मुताबिक, आज तहखानों और गुंबदों का सर्वेक्षण हुआ।
ज्ञानवापी परिसर में हो रहे सर्वे के चौथे दिन रविवार को इमाम व मुफ्ती-ए-शहर मौलाना बातिन नोमानी ने भी एक न्यूज चौनल से बातचीत में दावा किया कि ज्ञानवापी मस्जिद थी, है और रहेगी। उन्होंने दावा किया कि सर्वे की जो तस्वीरें बताई जा रही हैं वो वहां की नहीं है। एक सवाल के जवाब में मुफ्ती-ए-शहर ने कहा कि वहां मंदिर होने और उसे गिरवाकर मस्जिद बनवाने का सवाल ही नहीं है। ऐसा हो ही नहीं सकता। उन्होंने औरंगजेब को धार्मिक शख्स करार दिया।
लंच ब्रेक और नमाज के बाद ज्ञानवापी परिसर में सर्वे फिर से शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि मुस्लिम पक्ष से चाबी लेकर आज बंद तहखानों को खोला गया है। तीनों गुंबदों की गहनता से जांच और माप की गई है।
ज्ञानवापी परिसर के सर्वे में शामिल मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता मुमताज अहमद ने कहा कि केवल अफवाह फैलाया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में सर्वेक्षण होना बाकी है, वहां भी अफवाह फैलाई जा रही है कि कोई मूर्ति या त्रिशूल मिला है। सोशल मीडिया से अफवाह फैल रहा है। जब जनता इसे देखेगी तो उन्माद होगा या नहीं। एएनआई से बातचीत में कहा कि मेरा प्रतिनिधि वहां मौजूद है। उसने कोई भी साक्ष्य मिलने की बात नहीं कही है। आगे उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए, कानून व्यवस्था बनाए रखना उनका कर्तव्य है। अगर अफवाह पर रोक नहीं लगी तो हमलोग सर्वे से अलग हो जाएंगे।
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की प्रक्रिया लंच ब्रेक के कारण रोक दी गई है। दोपहर दो बजे से दोबारा सर्वे शुरू होगा। वादी पक्ष के अधिवक्ता ज्ञानवापी परिसर से बाहर निकलकर कोर्ट की ओर रवाना हुए हैं। उन्होंने मीडिया को बताया कि सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा है। सर्वे में सभी सहयोग कर रहे हैं।
सर्वे के दौरान ज्ञानवापी की मौजूदा इमारत की थ्री-डी इमेजिंग के लिए ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) की मदद ली गई। इसके अलावा ज्ञानवापी परिसर के आंतरिक हिस्से की मैपिंग और स्कैनिंग के साथ ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का काम जारी है। अब तक जांच में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया है। न ही कहीं खोदाई की गई है।
रविवार का दिन होने के कारण आज काशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा है। गंगा द्वार बंद होने की वजह से तीन द्वारों से बाबा भक्तों को धाम में प्रवेश दिया जा रहा। काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के रास्ते पर कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की लंबी कतार है। सभी की चाहत सर्वे के बारे में जानने की है। गेट नंबर चार से प्रवेश करने पर ही ज्ञानवापी परिसर नजर आता है।
हिंदू पक्ष की तरफ से वादिनी रेखा पाठक ने बताया, पूरी उम्मीद है कि आज नीचे का तहखाना खुलेगा। गुंबद के नीचे भी सर्वे मिलेगा। आज चाबी मिलेगी तो हम लोग गुंबद में जा सकते हैं। परिसर के पश्चिमी दीवार पर कुछ आकृतियों के चिन्ह मिले हैं। महिलाएं अंदर नहीं जातीं। केवल अधिवक्ता ही जाते हैं। कल तहखाने से मलबा हटा कर साफ-सफाई की गई थी। जो कुछ मिला है वो हम लोगों को बताया नहीं गया है।
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के लिए आज एएसआई से 58 लोग, हिंदू पक्ष से 8 लोग और मुस्लिम पक्ष से तीन लोग मौजूद है। एएसआई की टीम के साथ काफी संख्या में मजदूर भी गए हैं।
अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने कहा कि पिछले साल अधिवक्ता आयुक्त ने कमीशन की जो कार्रवाई की थी, उससे यह सर्वे पूरी तरह से अलग है। पिछले साल किसी वस्तु को छूने का अधिकार नहीं था। आंखों के सामने जो दिख रहा था, रिपोर्ट में सिर्फ उसका ही उल्लेख किया गया था। एएसआई की टीम देखने के साथ उसे छूकर जांच कर रही है। जरूरत के अनुसार बिना खोदाई या तोड़फोड़ किए हुए नमूने भी एकत्र कर रही है।
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि आयोग इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहा है और यह लंबी प्रक्रिया है। कोर्ट ने हमें 4 हफ्ते का समय दिया है। काम हो रहा है। आने वाले समय में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। ।ैप् एक प्रीमियम एजेंसी है, काम जारी रहेगा।
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि कल पश्चिमी दीवार का विस्तृत अध्ययन किया गया। पश्चिमी दीवार से लेकर बैरिकेडिंग तक के क्षेत्र में मौजूद घास हटा दी गई। श्तहखानाश् साफ कर दिया गया और एग्जॉस्ट लगाया जा रहा है। मैंने केंद्रीय गुंबद के नीचे एक खोखली आवाज की ओर इशारा किया, इसकी जांच की जा रही है। केंद्रीय गुंबद के बगल का एक क्षेत्र, जो कृत्रिम रूप से ढका हुआ है, उसकी ओर भी इशारा किया गया था। इसलिए जांच चल रही है। यह एक लंबी जांच है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की एक टीम सर्वेक्षण के तीसरे दिन वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंच गई है। ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। ज्ञानवापी परिसर का चौथे दिन सर्वेक्षण शुरू हो गया है।
वाराणसी की ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक सर्वे का आज तीसरा दिन है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (।ैप्) की एक टीम सर्वेक्षण के तीसरे दिन वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंच गई है। ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुबह नौ बजे से एएसआई की टीम सर्वे की प्रक्रिया शुरू करेगी, जो शाम पांच बजे तक चलता रहेगा। बीच में लंच ब्रेक रहेगा। नमाज के दौरान भी सर्वे का काम रोका जाएगा। एएसआई की टीम ने शनिवार को तहखाने को साफ कराया, फिर सर्वे शुरू किया। आज भी दूसरे तहखाने और गुंबदों की गहनता से जांच होगी। ज्ञानवापी परिसर के एक किलोमीटर के इर्द-गिर्द का दायरा छावनी में तब्दील है।