ऊंचाहार, (रायबरेली)। उत्तरी ग्रिड ने शनिवार की रात एनटीपीसी से उत्पादित बिजली की मांग घटा दी है, जिस कारण परियोजना प्रबंधन को एक साथ तीन इकाइयों को बंद करना पड़ा। इसका प्रभाव उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, चंदीगढ़, हरियाणा समेत कई राज्यों पर पड़ा है। पिछले एक सप्ताह से पहाड़ों से लेकर कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है।
लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिली तो कई प्रदेशों ने बिजली की मांग घटा दी। मांग घटते ही पर शनिवार की आधी रात बाद उत्तरी ग्रिड ने एनटीपीसी से बिजली की खरीद कम कर दी, जिस कारण परियोजना प्रबंधन को 210, 210 मेगावाट वाली इकाई नंबर एक दो व पांच सौ मेगा वाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली छठीं इकाई को बंद करना पड़ा। परियोजना से कुल मिलाकर 1550 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।
खरीद में कमी के चलते परियोजना प्रबंधन को 920 मेगावाट बिजली का उत्पादन बंद करना पड़ा है। अब एक तिहाई यानि 571 मेगा वाट बिजली का ही उत्पादन हो रहा है। परियोजना प्रबंधन की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि उत्तरी ग्रिड द्वारा बिजली की मांग घटाए जाने पर तीनों इकाइयों को बंद किया गया है। मांग बढ़ने पर आवश्यकतानुसार इन्हें शुरू किया जाएगा।
इन राज्यों पर पड़ेगा असर
एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना से उत्तरी ग्रिड के माध्यम से उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंदीगढ, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर को विद्युत सप्लाई की जाती है। यादि ऊंचाहार परियोजना में बिजली उत्पादन घटा तो इसका सीधा असर इन सभी राज्यों पर पड़ता है।