उरुवा के श्रमिक की झांसी में हुई मौत, समाचार सुन चल बसा पिता
मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। झांसी के बीएसएनल टावर की रंगाई-पुताई करने चढ़ा युवक हादसे का शिकार हो गया था। पैर फिसलने से कमर में बंधी पुुरानी सेफ्टी बेल्ट टूट जाने से श्रमिक जमीन पर गिर गया। सिर में गंभीर चोट देख श्रमिक साथी इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले गए जहां से उसे झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। इस मनहूस घटना की जानकारी उरुवा के पसियान बस्ती पहुंची तो कोहराम मच गया। पुत्र की मौत की खबर सुनते ही सदमे में पिता की भी मौत हो गई। जिससे परिवार में एक साथ हुई दो मौत से परिजन चीख पुकार करने लगे। शोरगुल सुन आस पड़ोस के लोगों की भीड़ जुट गई। पसियान बस्ती के लोगों ने बताया कि श्रमिक का शव झांसी से घर के लिए चल चुका है। उरुवा के पसियान बस्ती निवासी मोनू भारतीया 27 वर्ष पुत्र मंगल प्रसाद अपने साथी के साथ झांसी के फ्लेरा के पास चरी गांव में स्थित बीएसएनएल टावर पर रंगाई पुताई का काम कर रहा था। सुबह 8:00 के लगभग वह अपने साथी के साथ टावर की रंगाई करने चढ़ा तो पैर फिसल जाने से कमर में बंधा पुराना सेफ्टी बेल्ट टूट गया जिससे मोनू सीमेंंट के जमीन पर सिर के बल गिर पड़ा, जिससे उसकी मौत हो गई। मोनू के मौत की खबर साथियों ने घर उरुवा गांव दी तो रोना पीटना मच गया।
परिवार के लोग शव लेने के लिए झांसी रवाना हो गए हैं। दिवंगत की पत्नी सीमा व बेटियों व बेटों का रो-रुट-रोटी बुरा हाल है। शुक्रवार की शाम को जैसे ही मोनू का शव घर पहुंचा तो परिवार में एक साथ हुई दो-दो मौत से पूरा गांव शोक में डूब गया। शनिवार सुबह सिरसा के छतवा गंगा घाट पर पिता पुत्र की एक साथ चिताएं जली। मोनू के घर पर एक ओर खुशी का माहौल था, क्योंकि 15 दिन पहले ही उसकी पत्नी सीमा ने एक बेटे को जन्म दिया था। इस मौके पर मोनू घर नहीं जा पाया था। अभी उसने अपने बेटे का मुंह भी नहीं देख पाया था कि हादसे में उसकी जान चली गई। मोनू को तीन बेटी और दो बेटे है। मौत के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है।