नहीं लग रहा अघोषित बिजली कटौती पर विराम
मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। मेजा तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक विद्युत उपकेंद्र के निरंकुश कर्मचारियों के कारण इस समय क्षेत्र में उपभोक्ताओं की नींद हराम है। क्षेत्र में चलायें जा रहे अघोषित बिजली कटौती पर विराम लगाना नक्कारखाने में तूती की आवाज बनकर रह गई है।
मेजा विद्युत उपकेंद्र के तानाशाह निरंकुश और भ्रष्ट कर्मचारियों द्वारा बिजली कटौती इस तरह की जा रही है जैसे यह अपने घर की कोई वस्तु आम जनता के लिए मुफ्त में दे रहे हों। यदि वह रात में घंटे 2 घंटे बिजली आपूर्ति कर दिए तो बहुत बड़ा एहसान कर रहे हैं। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार झूठा ढिंढोरा पीट रही है कि विद्युत आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों में बराबर की जाएगी लेकिन मेजा तहसील क्षेत्र में स्थापित आधे दर्जन से अधिक विद्युत उपकेंद्र के भ्रष्टतम कर्मचारी सरकार की नीतियों का पलीता निकालने में तुले हुए हैं। वैसे भी वे वर्षों से सरकार को बदनाम करने की पूरी साजिश कर रहे हैं। प्रदेश सरकार इन निरंकुश कर्मचारियों पर कोई नकेल नहीं कस रहा है, इसलिए यह पूरी तरह मनमानी पर उतारू हैं। आए दिन रोस्टर बदलते हैं इनके बिजली कटौती का कोई समय निश्चित नहीं है क्योंकि उनके घर की निजी संपत्ति है इसलिए वह अपने तरीके से विद्युत आपूर्ति करते हैं। दर्जनों बार अधिकारियों को अवगत कराया गया किंतु वह भी कान में तेल डाले बैठे हैं। उपकेन्द्रों पर नियुक्त जेई तथा एसडीओ का मेजा विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों पर कोई दबाव नहीं है। उपरोक्त अधिकारी स्वयं भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे हुए हैं इसलिए वे आम जनता की कत्तई नहीं सुनते। दिन के साथ ही रात में भी कई बार बिजली काटी जा रही है जिससे लोगों में तरह-तरह की बीमारी उत्पन्न हो रही है। क्षेत्र में अंधेरा होने से चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। कब किसके दरवाजे पर खड़ी बाइक व बंधे पशु चोरों के शिकार हो जाएं कुछ ठीक नहीं है।