शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े
प्रयागराज (राजेश सिंह)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र की पिटाई का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। लाठीचार्ज करने वाले शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर छात्रों ने बृहस्पतिवार को आंदोलन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि आरोपी चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए साथ ही मुकदमा दर्ज कर निलंबित किया जाए। इस तरह के शिक्षकों के विश्वविद्यालय में रहने से विश्वविद्यालय की गरिमा गिर रही है। प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में बीएचयू की छात्रनेता और स्कॉलर आकांक्षा आजाद भी पहुंची हैं। साथ ही कई अन्य छात्र संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के लिए यूनियन भवन पर पहुंचे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें गेट के बाहर ही रोक दिया और अंदर नहीं घुसने दिया। इसके बाद छात्रों ने यूनियन भवन के बाहर सड़क पर ही धरना प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी। कुलपति और चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। छात्रों का कहना है कि जब तक प्रॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है तक आंदोलन जारी रहेगा। 23 नवंबर को इस संबंध में महापंचायत भी बुलाई गई है। इसमें प्रदेश के कई बड़े छात्रनेताओं के साथ ही कई छात्र संगठनों के पहुंचनी संभावना है। विवि पर छात्रों के आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है। इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अदील हमजा, प्रसेनजीत, सत्यम कुशवाहा, विनोद तिवारी सहित कई लोग रहे।