प्रयागराज (राजेश शुक्ला/राजेश सिंह)। महावीर मार्ग के अलावा, संगम अपर मार्ग, संगम लोअर मार्ग और सरस्वती मार्ग पर बसने वाली संस्थाओं को भूमि आवंटन की तिथि निर्धारित थी। इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों को भी भूमि आवंटन का श्रीगणेश किया जाना था।
माघ मेले में बसने के लिए बृहस्पतिवार को तिथि निर्धारण के बावजूद भूमि आवंटन नहीं हो सका। इससे करीब दो सौ से अधिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों संतों और तीर्थ पुरोहितों को मायूस होकर लौटना पड़ा। अब इन संस्थाओं को भूमि आवंटन 31 दिसंबर को किया जाएगा। बृहस्पतिवार को सेक्टर एक, दो और तीन में बसने वाली प्रमुख संस्थाओं को भूमि आवंटन किया जाना था।
महावीर मार्ग के अलावा, संगम अपर मार्ग, संगम लोअर मार्ग और सरस्वती मार्ग पर बसने वाली संस्थाओं को भूमि आवंटन की तिथि निर्धारित थी। इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों को भी भूमि आवंटन का श्रीगणेश किया जाना था। बृहस्पतिवार को इन संस्थाओं के प्रतिनिधि भूमि आवंटन के लिए पहुंच गए। घंटों इंतजार किया जाता रहा। बाद में राजस्व कर्मियों ने सेक्टर कार्यालयों पर संपर्क करने के बाद भूमि आवंटन स्थगित किए जाने की जानकारी दी।
मेला प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार से निर्धारित तिथियों के अनुसार ही संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उधर, जिन संस्थाओं को भूमि आवंटित कर दी है, उन्हें सुविधा पर्ची जारी की जा रही है। इसी के साथ आचार्यवाड़ा, दंडीबाड़ा और खाक चौक में संतों के गेट और टिनघेरा के साथ टेंट लगने लगे हैं।
सीएम के आगमन की व्यस्तता की वजह से बृहस्पतिवार को भूमि आवंटन स्थगित करना पड़ा। इस तिथि पर जिन संस्थाओं को भूमि आवंटित की जानी थी, उन्हें अब 31 दिसंबर को भूमि प्रदान की जाएगी। आवंटन की शेष तिथियां यथावत हैं। - दयानंद प्रसाद, प्रभारी मेलाधिकारी।
माघ मेले की तैयारियां पूरी करने के लिए अब सिर्फ तीन दिन का समय बचा है। ऐसे में मेला प्रशासन की चुनौतियां बढ़ गई हैं। कटान की समस्या के बीच मैन पावर बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सीएम को रिपोर्ट भेजी जा सके। मेले की तैयारियों को 31 दिसंबर फिनिशिंग टच देना है।