Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

पर्यावरण बचाने के लिए जंगल, नदियों के संरक्षण की जरूरत: शिप्रा पाठक

 

sv news

अयोध्या से पैदल चलकर वाटर वूमेन शिप्रा पाठक पहुंची प्रयागराज, भव्य स्वागत

महापौर, किन्नर अखाड़ा सहित बड़ी संख्या में लोगों ने किया स्वागत

प्रयागराज (केएन शुक्ला 'घंटी')। देश में तेजी  से कटते हुए जंगल और सूखती हुई नदियों के संरक्षण के लिए अयोध्या से रामेश्वरम तक पदयात्रा करने वाली वाटर वूमेन शिप्रा पाठक का प्रयागराज में आज महर्षि भरद्वाज प्रतिमा, बालसन चौराहे पर भव्य स्वागत और अभिनन्दन हुआ। उन्होंने कहा कि अगर पर्यावरण संरक्षित नहीं रहेगा तो मानव का धरा पर रहना मुश्किल हो जाएगा। शिप्रा पाठक ने कहा कि अनादि काल से जंगल और नदियों को संरक्षित किया गया था जिसका लाभ आज हम सभी लोग लें रहे हैं, ऐसे में जरूरी हो गया है कि हम आने वाली अपनी पीढ़ियों के सुखद भविष्य के लिए जंगल और नदियों के संरक्षण के लिए परिवार, समाज और सरकार के साथ लग जाये। महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि संकल्प से सिद्धि मिलती है ऐसे में हम लोग आपके साथ है। 

उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उप्र किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मा ) ने कहा कि भगवान श्रीराम का साथ किन्नर समाज ने दिया था ऐसे में हम सभी लोग वाटर वूमेन शिप्रा पाठक के साथ है और उनके द्वारा जंगल और नदियों के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे अभियान में किन्नर समाज पूरी मदद करेगा।

शिप्रा पाठक वाटर वूमेन अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक पैदल यात्रा का स्वागत दिव्यांगोत्थान श्री राम सेवा न्यास द्वारा अभिषेक तिवारी "टिंकू"अधिवक्ता उच्च न्यायालय की ओर से महर्षि भारद्वाज प्रतिमा पर किया गया । वाटर वूमेन शिप्रा पाठक का स्वागत प्रयागराज के मेयर गणेश केसरवानी, उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उप्र किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मा ), जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद महराज , वरिष्ठ भाजपा नेता रईस चंद शुक्ला, तनय पांडे, रोहित तिवारी , गौरव पांडे, आलोक मिश्रा , गिरीश द्विवेदी, दीपक कुमार ,रतन कुमार सहित अन्य लोग थे। इसके पूर्व आज सुबह वाटर वूमेन शिप्रा पाठक ने संगम स्नान कर बड़े हनुमान जी और महंत बलबीर गिरि महराज का आशीर्वाद लिया। उन्होंने बताया कि वह रामेश्वरम तक जंगल और नदियों के संरक्षण के लिए पदयात्रा करेगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad