मतदाता पहचान पत्र के लिए भी ग्रामीण हो रहे परेशान ।
अधीनस्थों के भरोसे छोड़ दिया गया कोरांव तहसील मुख्यालय ।
कोरांव प्रयागराज (सत्यम तिवारी) लोकसभा के निर्वाचन की तिथि नजदीक आती जा रही है। प्रशासन ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर साल के शुरुआत में ही इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए मतदाता पहचान पत्र बनवाने के साथ-साथ मतदाताओं को जागरुक भी करना था, ताकि जिन स्थानों का मतदान प्रतिशत काफी कम है, उसे बढ़ाया जा सके, लेकिन जनपद की कोरांव तहसील में यह दोनों कार्य कब-कब हुआ, ग्रामीणों को पता भी नहीं चला। जनपद मुख्यालय से 70 किलोमीटर के फासले पर और मध्य प्रदेश व मिर्जापुर जनपद (उत्तर प्रदेश) की सीमा से सटा यह एरिया हर मामले में उपेक्षित छोड़ दिया जाता है। कारण है कि उच्चाधिकारी कभी-कभार ही यहां विजिट करते हैं, ऐसे में यहां तैनात अधिकारी भी अपनी मनमानी करने में कोई कसर नहीं रख छोड़ते।
इन दिनों तहसील मुख्यालय पर रोजाना लोग सहायक निर्वाचन अधिकारी को खोजने के लिए पहुंच रहे हैं। उनकी समस्या यह है कि किसी का नाम मतदाता सूची में नहीं है तो किसी को पहचान पत्र नहीं मिला है। हालांकि, इस कार्य के लिए बीएलओ लगाए गए हैं, लेकिन बीएलओ को खोज पाना और उनसे अपना काम करवा पाना पहाड़ की चोटी पर चढ़ने सरीखा है। मतदाता जागरुकता को लेकर भी अभियान चलाने का निर्देश था। बेसिक से लेकर डिग्री कालेज तक में यह अभियान चलाया जाना था। रैली निकालकर स्थानीय ग्रामीणों को जागरुक करना था, लेकिन अखबार में समाचार छपवाने भर का जागरुकता अभियान चलाकर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सहायक निर्वाचन अधिकारी/एसडीएम रात्रि में आवास पर नहीं रुकते हैं, जिससे लोग चुनाव संबंधित शिकायत नहीं दें पा रहे हैं। एसडीएम के द्वारा एक पार्टी विशेष को प्रश्रय दिया जा रहा है। शिकायतों की सुनवाई भी ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है। तहसील मख्यालय का सारा कार्य अधीनस्थों के भरोसे छोड़ दिया गया है।
स्वतंत्र निष्पक्ष और पारदर्शी तरिके से लोकसभा चुनाव करवाने के लिए ग्रामीणों ने जिला निर्वाचनअधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है। बताते चलें कि एसडीएम कोरांव मुख्यालय पर रात्रि निवास न करके रोजाना जिला मुख्यालय से कोरांव आते-जाते हैं। जिसकी शिकायत पंडित महेंद्र कुमार शुक्ला सामाजिक कार्यकर्ता ने मुख्य विकास अधिकारी प्रयागराज को पंजीकृत डाक के जरिये शिकायत की हैं लेकिन आज तक कोई जानकारी शिकायतकर्ता की नहीं हुआ।