कलश यात्रा के साथ सहस्रचण्डी महायज्ञ शुभारम्भ
हनुमानगंज, प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयाग पंचकोसी क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी व महर्षि दुर्वासा द्वारा रक्षित देवी शक्तिपीठ मां ऐंद्री का वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिवस को मां पूजन अर्चन शैलपुत्री के रूप में हुआ।
कलश शोभा यात्रा के साथ तृतीय सहस्र चंडी महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। मंदिर परिसर से देवी के भक्त हाथी घोड़ों के साथ डीजे की धुन पर नृत्य करते हुए प्रयाग स्थित संगम में डुबकी लगाने के बाद मां गंगा की पूजा अर्चना कर कलश में जल भर कर महर्षि दुर्वासा एवं भगवान भोले नाथ का जलाभिषेक करने के बाद यज्ञ मंडप में प्रवेश किया गया। पूरे दिन देवी धाम पर मेले जैसा माहौल रहा।शाम को देवी मां का श्रृंगारिक पूजन धूप, दीप,नैवेद्य, ताम्बूल, पुंगी, गुग्गुल,अगर,चन्दन व मिष्ठान से हुआ।रात आठ बजे माँ ऐन्द्री की श्रृंगारिक आरती की गई। देर रात तक मां की श्रृंगारिक झांकी के दर्शन के लिए भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। याज्ञिक विद्वानों के सस्वर पाठ ने समूचे पर्यावरण को भक्तिमय बना दिया। यज्ञाचार्य पंडित गौरी शंकर शुक्ल ने बताया कि आज आह्वाहित देवताओं के स्थापन के साथ यज्ञशाला में कलश स्थापन का कार्य सम्पन्न हो गया हैं कल से नियमित सहस्र चण्डी महायज्ञ का पूजन व सम्पुट पाठ का कार्य होगा। मुख्य यजमान सुभाष चंद्र त्रिपाठी व मालती त्रिपाठी ने यज्ञाचार्यो के दिशा निर्देश पर पूजन अर्चन किया।