मेजा,प्रयागराज। (पवन तिवारी)। अक्षय तृतीया के अवसर पर शुक्रवार को क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर परशुराम जयंती मनाई गई। भक्तों ने परशुराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर पूजन - आरती किया। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री नारायण ने अपने छठे अवतार में पृथ्वी लोक में ऋषि जमदग्नि के घर में परशुराम के रूप में अवतार लिया था। इस दौरान उन्होंने अन्याय अत्याचार के खिलाफ अस्त्र-शस्त्र उठाकर 21 बार धरती से क्षत्रियों का संहार किया था। ब्राह्मणों के आराध्य भगवान परशुराम की जयंती शुक्रवार को मेजा क्षेत्र के कोहड़ार स्थित रामानुज इंटर कालेज के प्रबंधक विनोद कुमार मिश्र के आवास पर बड़े धूमधाम से मनाई गई। चित्र पर फूल माला के साथ धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित कर हवन-पूजन किया। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रबंधक ने कहा कि भगवान परशुराम के जीवन से अन्याय अत्याचार के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा मिलती है। प्रधान प्रतिनिधि मदरहा अमरेश मिश्र ने कहा कि आज्ञाकारी भगवान परशुराम ने पिता की आज्ञानुसार माता की हत्या की थी। उनके इस कार्य से प्रसन्न पिता जमदग्नि ने जब उनसे वर मांगने का आग्रह किया तो परशुराम ने सभी को पुनर्जीवित होने एवं उनके द्वारा वध किए जाने सम्बन्धी स्मृति नष्ट हो जाने का ही वर मांगा। इस मौके पर राज नारायण मिश्र, विद्याकांत मिश्र, पंडित रमाशंकर मिश्र, मुन्ना मिश्र, मंगनलाल तिवारी, अरुण पांडेय,पंडित अनिरुद्ध मिश्र, कमलेश द्विवेदी, राजू द्विवेदी, प्रेम तिवारी, दुर्गेश पांडेय,अवधेश पाण्डेय, कमला शंकर द्विवेदी,राजा पांडेय,सुरेश पांडेय,बाबूराम तिवारी,रंजय मिश्र, मनी तिवारी, विनय मिश्र, दूधनाथ द्विवेदी, कमला पांडेय,शिवराम मिश्र, मनीलाल तिवारी, दिलीप द्विवेदी, जगदीश प्रसाद मिश्र, हरिमोहन द्विवेदी, जगदीश पांडेय,संतोष पांडेय,आनंद पाण्डेय अधिवक्ता सुशील मिश्र उपमंत्री बार मेजा सहित भारी संख्या में विप्रजन मौजूद रहे।