प्रधान का प्रशासनिक व वित्तीय अधिकार सीज
प्रयागराज (राजेश सिंह)। माण्डा ब्लॉक की ग्राम पंचायत मझिगवा में कराए गए विकास कार्यों में धांधली को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर डीएम नवनीत सिंह चहल ने ग्राम प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगा दी है। पंचायत के कार्यों के संचालन के लिए पंचायत सदस्यों की तीन सदस्सीय समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि गत वर्ष ग्रामीण प्रमोद कुमार पाण्डेय,राम नारायण तिवारी, रामाआसरे कुशवाहा शिव नारायण पटेल आदि ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया था कि ग्राम प्रधान रमेश सिंह द्वारा गांव में कराए गए विकास कार्यों में धांधली की गई है। ग्राम निधि के धन का दुरुपयोग करते हुए विकास कार्य धरातल पर ना होकर केवल कागजों में दर्शाए जा रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए जिला मत्स्य अधिकारी के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की थी। टीम ने गांव के पंचायत घर पर पहुंच कर ग्राम प्रधान पर लगाए गए आरोपों की बिंदुवार जांच करते हुए अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी थी। जांच रिपोर्ट में प्रधान पर लगाए गए आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने ग्राम प्रधान से उनका स्पष्टीकरण मांगा था। ग्राम प्रधान द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण से डीएम संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगा दी। साथ ही पंचायत के कार्यों के संपादन के लिए ग्राम पंचायत सदस्यों की तीन सदस्सीय समिति बनाने के निर्देश दिये हैं