ट्रक में क्रुरता पूर्वक भरे थे 34 गोवंश, कसाईयों के हमले से पदाधिकारी घायल
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर में सहसों टोल प्लाजा के पास गोवंशों से भरे ट्रक को विश्व हिन्दू परिषद गौरक्षा के प्रांत मंत्री लालमणि तिवारी ने पकड़ लिया। जिसमें गोवंशों को क्रुरता पूर्वक ट्रक में लादकर ले जा रहे कसाइयों ने उन पर हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गए। ट्रक पर 34 गोवंशों को लादकर ले जाया जा रहा था। पकड़े जाने से हड़कंप मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को विश्व हिन्दू परिषद गौरक्षा के प्रांत मंत्री लालमणि तिवारी ने 34 गोवंशों के साथ दो कसाइयों को कंटेनर सहित पकड़ लिया। कसाइयों के हमले में लाल मणि तिवारी घायल हो गए।
विश्व हिंदू परिषद गोरक्षा के प्रांत मंत्री को बीती रात सूचना मिली कि कसाई कानपुर से कंटेनर में गोवंशों को लादकर पश्चिम बंगाल वध हेतु ले जा रहे हैं। उक्त सूचना पर गौरक्षक सचल दस्ते के साथ प्रांत मंत्री सहसों टोल प्लाजा के पास घेराबंदी की सुबह-सुबह कंटेनर आती हुई दिखाई दी। कंटेनर के साथ चल रहे स्विफ्ट डिजायर कार से कसाइयों ने कंटेनर चालक को चिल्लाकर कहा की गाड़ी चढ़ाकर जान से मार दो और दोनों चालकों ने विश्व हिंदू परिषद, गौरक्षा के प्रांत मंत्री लाल मणि तिवारी को जान से मारने की नीयत से गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। जिससे वह काफी दूर तक घसीट गए और उन्हें काफी चोटें आई। कंटेनर से तीन लोग कूदकर लखरावा गांव की तरफ भागे जिस पर पुलिस कंट्रोल रूम प्रयागराज को सूचना दी गई। कुछ ही देर में एसीपी हंडिया, एसीपी सोरांव, प्रभारी निरीक्षक सराय इनायत, हंडिया, सोरांव, नवाबगंज व थरवई की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।गाड़ी से कूदकर भागे कसाइयों को खोजना शुरू किया लगभग दो घंटे बाद कई थानों की पुलिस व गौरक्षक सचल दस्ते के कार्यकर्ताओं के खोजने के पश्चात एक खेत में छुपकर बैठे दो कसाई मोहम्मद यामीन जनपद रामपुर व कल्लू जनपद शाहजहांपुर पकड़े गए और तीन लोग मौके से स्विफ्ट डिजायर कार से फरार हो गए। पकड़े गए कंटेनर को गोहरी गौशाला ले जाया गया। जहां एक गाय मृत व 10 जिंदा गाय तथा 23 बैल जो कंटेनर में हाथ, पैर, मुंह बांधकर रखे गए थे उतरवाए गए। विश्व हिंदू परिषद, गौरक्षा के प्रांत मंत्री लाल मणि तिवारी ने प्रभारी निरीक्षक थरवई को लिखित प्रार्थना पत्र देकर कसाइयों पर कड़ी कार्रवाई हेतु कहा लेकिन प्रभारी निरीक्षक थरवई अपने तरफ से प्राथमिकी दर्ज करने के लिए अड़े रहे जबकि प्रांत मंत्री व सचल दस्ते के कार्यकर्ताओं का कहना था की इतनी मेहनत करने के पश्चात जान जोखिम में डालकर कसाइयों को हमने पकड़ा है। इसलिए प्राथमिकी मेरे तरफ से दर्ज होनी चाहिए। जिसके चलते विहिप कार्यकर्ताओं व प्रभारी निरीक्षक थरवई तथा एसीपी थरवई से काफी नोक-झोंक हुई और प्रांत मंत्री ने कहा कि पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पैरवी के अभाव में कसाई छूट जा रहे हैं। जबकि संगठन न्यायालय में पूरी तरीके से पैरवी करता है। अंततोगत्वा प्रांत मंत्री ने थाने में तहरीर देकर अपना इलाज कराने के लिए वहां से चले आए। गौरक्षक सचल दस्ते में विष्णु स्वामी, वेद मणि तिवारी, विजय पांडे, श्याम जी, रोहित, दीपक द्विवेदी, चंद्रशेखर, निकेत व पिंटू सहित काफी कार्यकर्ता मौजूद रहे।