अनुप्रिया पटेल के बयान पर राजा भैया का पलटवार, बताया अनावश्यक बयान
प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। लोकसभा चुनाव में मिर्जापुर का चुनाव दिलचस्प हो गया है। राजा भैया के कई नेता और समर्थक मिर्जापुर पहुंच गए हैं और अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे। राजा भैया ने अनुप्रिया पटेल के बयान को अनावश्यक बयान बताया है और कहा कि उसकी कोई आवश्यकता नहीं थी देने की। ईवीएम से राजा नहीं जनप्रतिनिधि और जनसेवक पैदा होते हैं, जिनकी उम्र पांच वर्ष की होती है। उसके बाद जनता जनार्दन निर्णय करता है कि उनको पुनजर्न्म देना है कि नहीं देना है। राजपरिवारों से किसी को चोंक कुंठा होगी। सात-आठ दशक बीत गए हैं देश आजाद हुए। अब न राजा रहे और न रजवाड़े रहे। अनावश्यक बयान था। उन्होंने वोट के बाद विनोद सोनकर के खिलाफ खुलकर बोला।
देखा जाए तो मिर्जापुर का भी चुनाव दिलचस्प हो गया है।रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया की पार्टी के कई नेता मिर्ज़ापुर पंहुच चुके हैं। राजा भैया भी मिर्ज़ापुर में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के ख़िलाफ़ चुनाव प्रचार करेंगे।
अनुप्रिया पटेल ने राजा भैया पर साधा निशाना
अनुप्रिया पटेल ने कहा था, "लोकतंत्र में राजा रानी के पेट से नहीं बल्कि ईवीएम की बटन से पैदा होता है। स्वघोषित राजाओं को कुंडा उनकी जागीर लगती है। इस बार इस भ्रम को तोड़ने के लिए आपके पास बहुत बड़ा अवसर है। याद रखिए मतदाता ही सर्वशक्तिमान है।"
राजा भैया ने वोट डालने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि कौशांबी से वर्तमान सांसद के खिलाफ एंटी एनकंबेंसी है। कौशांबी से सांसद विनोद सोनकर हैं और बीजेपी ने इस बार भी उन्हें ही मैदान में उतारा है। राजा भैया ने कहा कि हमारी क्या राय है लोकसभा चुनाव में, यह जनता को पता है और जनसत्ता दल के सभी कार्यकर्ता भी जिस प्रत्याशी को चाहे, वोट कर सकते हैं।
अनुप्रिया पटेल को मुझसे क्या कुंठा पता नहीं- राजा भैया
अनुप्रिया पटेल के बयान पर राजा भैया ने कहा, "राजा या रानी अब पैदा होना बंद हो गए हैं। 7-8 दशकों से राजा, रजवाड़े समाप्त हो गए हैं। ईवीएम से राजा नहीं पैदा होता है, जनसेवक पैदा होता है। जनता का प्रतिनिधि पैदा होता है। ईवीएम से पहले पैदा होने वाले लोग अपने आप को राजा मान लेंगे, तो लोकतंत्र की मूल भावना खत्म हो जाएगी। अनुप्रिया पटेल को सामने वाले प्रत्याशी के खिलाफ बोलना चाहिए। पता नहीं उनको मुझे क्या कुंठा है। हम तो चुनाव भी नहीं लड़ रहे हैं, ना ही हम किसी को समर्थन कर रहे हैं।"
राजा भैया ने कहा, "जनता ईवीएम का बटन दबाकर नेताओं को अवसर देती है कि आप मेरी सेवा करें। राजतंत्र कबका खत्म हो गया। ईवीएम से प्रतिनिधि 5 साल तक होता है और 5 साल बाद जनता फिर से आपका आकलन करती है।"