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विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति ने कुम्भ मेलाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। विधान परिषद उत्तर प्रदेश की संसदीय अध्ययन समिति के सभापति सुरेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में समिति के सदस्य किरण पाल कश्यप, बाबू लाल तिवारी की उपस्थिति में जनपद प्रयागराज के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर जनप्रतिनिधियों के द्वारा विभिन्न विभागो में किसी भी कार्य हेतु भेजे गए पत्र के निस्तारण एवं प्रकरण में कृत कार्यवाही की आख्या सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को उपलब्ध कराए जाने के सम्बन्ध में विस्तृत समीक्षा की। कार्यक्रम में जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ के द्वारा संसदीय अध्ययन समिति के सभापति व सदस्यों का अंगवस्त्र, मोमेण्टों व पौधा भेंटकर स्वागत किया गया।
कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़, डीसीपी नगर अभिषेक भारती, नगर आयुक्त चन्द्र मोहन गर्ग, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में ग्राम विकास, नगर विकास, लोक निर्माण विभाग, पंचायतीराज, सिंचाई, शिक्षा, ऊर्जा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पुलिस विभाग, समाज कल्याण, राजस्व, आबकारी, पशुपालन, पर्यटन व संस्कृति विभाग सहित सभी विभागो की बिन्दुवार समीक्षा की गयी। बैठक में प्रत्येक विभागवार जनप्रतिनिधियों के भेजे गए पत्र पर अधिकारियों द्वारा की गयी कार्रवाई पर गहन समीक्षा की गयी।
सभापति सुरेन्द्र चौधरी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों के द्वारा भेजे गए पत्र पर क्या कार्यवाही की गयी तथा उस कार्यवाही से उन्हें अवगत कराया अथवा नही, के बारे में जानकारी प्राप्त की। बैठक में सम्बंधित अधिकारियों के द्वारा सभापति को अवगत कराया गया कि जो भी शिकायतें जनप्रतिनिधियों से प्राप्त होती है, उनका निस्तारण कर मौखिक/लिखित व निजी तौर पर भी अवगत कराया जाता है, जिस पर सभापति द्वारा निर्देशित किया गया कि जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रेषित प्रकरणों का निस्तारण करते हुए सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को निस्तारण आख्या भेजकर उन्हें सम्बंधित प्रकरण में कृत कार्यवाही से लिखित रूप से अवश्य अवगत करायें। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी प्रकरण जनप्रतिनिधि द्वारा कार्यालय में भेजे जाए उनका अधिकतम 45 दिन के अन्दर निस्तारित करते हुए उन्हें कृत कार्यवाही से प्रत्येक दशा में अवगत करा दिया जाए। बैठक में सभापति ने कहा कि जिलाधिकारी स्वयं सभी विभागो की समय-समय पर बैठक कर प्राप्त पत्रों मे कार्यवाही की समीक्षा का निस्तारण सुनिश्चित कराएं।
समिति ने कहा कि सभी कार्यालयों में एक पृथक से रजिस्टर बनाकर उसमें किस जनप्रतिनिधि का कब पत्र मिला तथा उसपर कब क्या कार्यवाही की गयी, से सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को अवगत कराने के लिए आख्या/पत्र कब भेजा गया आदि सभी विवरण दर्ज किया जाए।
बैठक में समिति के द्वारा महाकुम्भ के दृष्टिगत कराये जा रहे कार्यों के धीमी प्रगति पर चिंता व्यक्त करते हुए जनप्रतिनिधियों के द्वारा पूज्य संतों के कार्यों हेतु प्रेषित पत्रों पर कार्यवाही किए जाने एवं मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को सस्ते दर पर अनाज उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराये जाने के लिए कहा, जिस पर कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द के द्वारा महाकुम्भ को दिव्य, भव्य, स्वच्छ एवं सुरक्षित रूप से सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत कराये जा रहे स्थायी, अस्थायी एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए प्रत्येक कार्य की पूर्ण होने की निर्धारित अवधि से अवगत कराते हुए कहा कि हम समिति को आश्वस्त करते है कि महाकुम्भ से सम्बंधित सभी कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कर लिए जायेगे। कहा कि श्रद्धालुओं, संतो, शहर वासियों को सभी मूलभूत सुविधाएं सुनियोजित ढंग से प्राप्त होंगी तथा सभी श्रद्धालु यहां से एक गौरवपूर्ण अनुभूति लेकर अपने गंतव्य स्थल वापस जायेंगे।
सभापति ने सभी अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों के पत्रों का समय पर उत्तर दे तथा यदि कोई जनप्रतिनिधि उनके पास फोन करता है तो उनका फोन रिसीव किया जाए तथा उनकी बातो को सुनते हुए सही जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि द्वारा बताया गया कार्य यदि नियमानुसार सही है तो उसे निर्धारित समय सीमा के अन्दर निस्तारित करें अथवा यदि कार्य किन्ही कारण से होने लायक नही है तो उसे कारण सहित अवगत कराया जाए। बैठक में सभापति के द्वारा विभागवार जनप्रतिनिधियों के द्वारा कितने पत्र प्रेषित किए गए, कितने प्रकरणों पर कार्यवाही की गयी, कितने लम्बित है, की सम्बंधित अधिकारियों से विस्तार से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी से एक ही प्लाट की कई बार रजिस्ट्री किए जाने वाले प्रकरणों की जांच कराये जाने व इस पर प्रभावी कार्यवाही किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने तहसीलों में दाखिल-खारिज के विवादित प्रकरणों में आपत्ति किए जाने का आधार क्या है, इसके साक्ष्य की जांच कर आवश्यक कार्यवाही कराये जाने के लिए कहा है। सभापति ने पशुचिकित्साधिकारी से निराश्रित गोवंशों को गौशाला/नंदीशाला में संरक्षित कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के सीडी-1, 2, 3, 4 के अधिशाषी अभियंताओं से जनप्रतिनिधियों के प्रकरणों की एक माह के अंदर निस्तारण आख्या प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
बैठक में सभापति ने सभी अधिकारियों से कहा कि भविष्य में सभी विभागों की बुकलेट तैयार करते समय सभी सूचनाएं पूर्ण, सही एवं त्रुटिरहित तैयार करवायें एवं स्वयं भी समीक्षा करे ताकि समिति के समक्ष सही आख्या प्राप्त हो सकें। सभापति ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार निश्चित रूप से जनहित में कार्य रही है जनता के दरवाजे तक विकास कैसे पहुंच सकें प्रत्येक जनप्रतिनिधि से जनता को उम्मीद होती है उस दिशा में जनप्रतिनिधि भी कार्य कर रहा है जनप्रतिनिधि व अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करते हुए जनता के हित के लिए पूरी पारदर्शिता व अच्छे ढंग से कार्य करे यही हम सभी का मुख्य उद्देश्य है।
सदस्य किरण पाल कश्यप ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जो कार्य किए जा रहे है समय से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए तथा जो सड़के पाइप डालने व अन्य कार्याे के लिए खोदी गई है उन्हें ससमय गुणवत्तापूर्ण मरम्मत करा दिया जाए ताकि जनता को राहत मिल सकें।
सदस्य बाबू लाल तिवारी ने जिलाधिकारी व डीसीपी से कहा कि जनपद के सभी अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों को निर्देशित कर यह सुनिश्चित कराए कि कम से कम उस जनपद के जनप्रतिनिधि का नाम सहित फोन नम्बर उनके मोबाइल फीड हो और वे फोन को रिसीव करें।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने समिति को आश्वस्त करते हुए कहा कि आज की बैठक में समिति के द्वारा जो मार्गदर्शन व दिशा-निर्देश दिए गए है, उनका सभी अधिकारियों के द्वारा अनुपालन करते हुए सभी जनप्रतिनिधियों के पत्रों का विधिवत संज्ञान लिया जायेगा तथा उसपर प्रभावी कार्यवाही करते हुए सभी संदर्भों का अंकन भी रजिस्टर में अंकित किया जायेगा तथा कृतकार्यवाही से जनप्रतिनिधियों को ससमय अवगत कराया जायेगा।
इस अवसर पर पूर्व विधायक दीपक पटेल, समिति के अधिकारी विनोद यादव, समीक्षा अधिकारी सौरभ दीक्षित, अपर निजी सचिव विकास यादव अपर जिलाधिकारी नगर मदन कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनय कुमार सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी कुंवर पंकज, अपर जिलाधिकारी आपूर्ति सहित अन्य सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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