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सीएम से की सील भवन पर अवैध निर्माण की शिकायत, न्याय की लगाई गुहार

SV News

नैनी, प्रयागराज (राजेश सिंह)। पीडीए से सील किए गए भवन पर अवैध निर्माण का मामला दोबारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंचने पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और नैनी पुलिस में खलबली मच गई है। प्रार्थना पत्र भवन स्वामिनी शशी शर्मा, मीनाक्षी एवं मधु तीन बहनों के अधिवक्ता गौरव मिश्रा की तरफ से मुख्यमंत्री योगी को प्रेषित की गई है। प्रार्थना पत्र की प्रतियां उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, डीजीपी एवं नगर विकास मंत्री, प्रयागराज कमिश्नरी के मंडलायुक्त तथा प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा पुलिस कमिश्नर को कार्यवाही की अपेक्षा करते हुए प्रेषित की गई है। सीएम योगी को प्रेषित प्रार्थना पत्र में अवगत कराया गया है कि दाउद नगर मेवालाल बगिया नैनी स्थित भवन संख्या 16/12, की स्वामिनी शशी शर्मा और उनकी दो अन्य बहनें मीनाक्षी, जेमिनी व मधु शर्मा है। तीनों बहनें उक्त भवन जिसमें उनकी खाली भूमि भी शामिल है, की स्वामिनी घोषित हैं। इनकी मां पद्मा शर्मा पत्नी कन्हैया लाल शर्मा हैं, जिन्होंने शशी व उसकी अन्य बहनों को उक्त भवन व खाली भूमि का पंजीकृत वसीयत (बँटवारा) किया था। उनकी मृत्यु के बाद प्रार्थिन व उसकी बहनों (शशी शर्मा, मीनाक्षी जेमिनी व मधु शर्मा) का नाम नगर निगम के अभिलेखों खसरा में दर्ज हो चुका है। शशी के उक्त मकान से ऋतु शर्मा और उसके पति शिवशान्त दीक्षित उर्फ सुशांत पुत्र रमेश दीक्षित निवासी चक तेजऊ दीक्षित, नैनी से कोई सरोकार नहीं हैं, फिर भी वो बिना किसी अधिकार के बाद भी बिना नक्शा पास कराये भवन की खाली जमीन पर निर्माण करा रहा है। इस बात की शिकायत कई बार विकास प्राधिकरण में की गयी जिस पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों द्वारा मौके पर जाकर निर्माण कार्य को रुकवा कर निर्माण को सील कर दिया। कुछ दिनों बाद शिवशान्त दीक्षित व उसके सहयोगियों अभिषेक शर्मा व अभिजीत शर्मा पुत्र स्व. विनय कुमार शर्मा ने सील तोड़कर पुनः निर्माण कार्य प्रारम्भ करा दिया, जिसकी शिकायत पीडीए उपाध्यक्ष से की गई। मुख्यमंत्री के आदेश पर एवं पीडीए उपाध्यक्ष के हस्तक्षेप से अवैध निर्माण कार्य पुनः रोका गया एवं निर्माणकर्ता के विरुद्ध नैनी थाने में पीडीए कर्मचारी की तरफ से एफआईआर भी दर्ज कराई गई। इस प्रकरण को अखबारों में प्रकाशित भी किया गया। इसपर अवैध निर्माण के आरोपियों ने अखबार के संवाददाता को धमकी भी दी। उनका हौसला इतना बढ़ा हुआ है कि वे सील किए गए निर्माण पर अभी भी काम करा रहे हैं। नैनी पुलिस और पीडीए के जोनल अधिकारी की शह पर वे लगातार कानून को हाथ में लेकर लगातार निर्माण करा रहे हैं। प्रार्थना पत्र में अवगत कराया है कि नैनी इंस्पेक्टर वैभव सिंह एवं पीडीए के जोनल अधिकारी आलोक गुप्ता की भूमिका विशेषतः संदिग्ध है। सीएम से इसकी जांच करा कर न्यायोचित एवं सख्त से सख्त कार्यवाही कराने की मांग की। इसके अलावा भवन एवं खाली भूमि पर कराये जा रहे अवैध निर्माण को तत्काल रोकने, आरोपियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही करने तथा अब तक किये गये अवैध निर्माण को ध्वस्त कराने की मांग की है।

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