लखनऊ। बहराइच में प्रतिमा विसर्जन यात्रा पर हुए पथराव के बाद बिगड़ी स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों व कर्मियों ने मोर्चा संभाला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार व डीजीपी प्रशांत कुमार से बहराइच में की जा रही कार्रवाई की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों से पूरी सख्ती से निपटे जाने का निर्देश दिया है। स्थिति पर जल्द नियंत्रण के लिए एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश व सचिव गृह डॉ. संजीव गुप्ता को बहराइच भेजा गया है।
डीजीपी मुख्यालय से बहराइच में चार आईपीएस समेत अन्य अधिकारियों, पीएसी व आरएएफ भेजी गई है। एसपी एटीएस देवेश पांडेय, 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ के सेनानायक अजय कुमार, 30वीं वाहिनी पीएसी गोंडा के सेनानायक त्रिभुवन सिंह व 10वीं वाहिनी पीएसी बाराबंकी के सेनानायक अरुण कुमार श्रीवास्तव के अलावा एएसपी सर्वेश मिश्रा व अशोक कुमार वर्मा तथा चार पुलिस उपाधीक्षकों को बहराइच भेजा गया है।
बहराइच में 12 कंपनी पीएसी, दो कंपनी सीआरपीएफ व एक कंपनी आरएएफ भी भेजी गई है। इसके अलावा गोरखपुर जोन से पुलिसकर्मियों को बहराइच में मुस्तैद किया गया है। नामजद व अन्य अज्ञात उपद्रवियों के विरुद्ध अब तक चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस 30 से अधिक आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि अब स्थिति नियंत्रण में है। लोग अफवाहों व भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें। इंटरनेट मीडिया की भी लगातार निगरानी की जा रही है। अन्य जिलों में भी सभी संवेदनशील स्थानों पर पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया गया है।
बहराइच में प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान पथराव के बाद भड़की हिंसा में स्थानीय पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है। सभी जिलों में प्रतिमा विसर्जन के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल के साथ ही छतों पर भी पुलिसकर्मियों को मुस्तैद किए जाने के निर्देश दिए गए थे। हिंसा भड़कने के बाद हालात बिगड़ते चले गए। इस दौरान कई स्थानों पर पुलिस तत्काल स्थिति को संभालने में नाकाम रही। स्थानीय स्तर पर पुलिस की चूक व लापरवाही की जांच भी की जा रही है।
एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने सोमवार को उपद्रव के दौरान बिना हथियार के पहुंचे एक अधिकारी को फटकार भी लगाई। वह मंगलवार को भी बहराइच में कैंप करेंगे। वापस आकर शासन को अपनी रिपोर्ट भी सौंपेंगे। माना जा रहा है कि इसके बाद पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है।