नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच 24 अक्टूबर से पुणे में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाा है। इस टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। गंभीर ने टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की वापसी, केएल राहुल की फॉर्म और प्लेइंग-11 को लेकर बात की। आइए जानते हैं कोच गंभीर ने क्या कहा?
दरअसल, पुणे टेस्ट से पहले कोच गौतम गंभीर ने आलोचनाओं से घिरे बैटर केएल राहुल का सपोर्ट किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेइंग-11 खेलने का फैसला नहीं करता है। यह अहम नहीं है कि सोशल मीडिया या दिग्गज क्या सोचते हैं, यह जरूरी है कि टीम मैनेजमेंट क्या सोचता है। उन्होंने कानपुर की कठिन पिच पर अच्छी पारी खेली थी। वह बड़े रन बनाना चाहेंगे। यह टीम प्रबंधन उसका समर्थन करना चाह रहा है।
बता दें कि केएल राहुल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में शून्य पर अपना विकेट गंवा लिया था, जबकि दूसरी पारी में वह 12 रन बनाकर आउट हुए थे। इसके बावजूद उन्हें दूसरे टेस्ट में सेलेक्टर्स मौका देते हुए नजर आ सकते है। अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो सरफराज खान, जिन्होंने पहले टेस्ट में शतकीय पारी खेली थी, उन्हें बेंच पर बैठना पड़ सकता है।
जब गंभीर से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शुभमन गिल को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि गिल अब फिट है, लेकिन प्लेइंग-11 अभी तय नहीं की गई। गंभीर ने कहा कि वह पिछले गेम में इंजर्ड थे और मौजूदा समय में वह शानदार फॉर्म में है, लेकिन हमने अभी तक प्लेइंग-11 नहीं चुनी है। गंभीर ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऋषभ पंत दूसरे टेस्ट में भारत की तरफ से विकेटकीपिंग करेंगे, उनकी फिटनेस में कोई समस्या नहीं हैं।
पंत बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट के दूसरे दिन चोटिल हो गए थे। उनकी जगह ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की थी। पंत ने मैच में 99 रन की पारी खेलकर वापसी की थी। दूसरी पारी में वह विकेटकीपिंग करते हुए नजर नहीं आए थे।
जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए इस सत्र में तीनों टेस्ट खेले है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया दौरे में भी अब ज्यादा समय नहीं बचा है। तो गंभीर से जब ये पूछा गया कि दूसरे टेस्ट के बाद बुमराह को आराम दिया जा सकता है? इस पर गंभीर ने कहा कि एक बार पूरी सीरीज होने के बाद हमारे पास 10-12 दिन होंगे, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया में पहला मैच खेला जाएगा। ऐसे में गेंदबाजों के पास आराम का अच्छा समय होगा। बात सिर्फ बुमराह की नहीं, बल्कि हमें सभी गेंदबाजों को फ्रेश रखना है।