रसूलाबाद घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गुजरात के पोरबंदर पोर्ट पर हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए प्रयागराज में रहने वाले कमांडेंट सौरभ यादव (42) का शव मंगलवार को सेना के वाहन से गांव पहुंचा तो शहीद के अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ गई। बड़ी संख्या में लोगों ने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार शहीद के पैतृक गांव कौशाम्बी में किया गया। घाट पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पूरे राजकीय सम्मान के साथ शव की अंत्येष्टि की गई।
बता दें कि गुजरात के पोरबंदर पोर्ट पर हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए इंडियन कोस्टगार्ड के तीन सैनिकों में शहर के सपूत कमांडेंट सौरभ यादव (42) भी शामिल थे। मूलरूप से कौशाम्बी निवासी शहीद का परिवार धूमनगंज के साकेत नगर का रहने वाला है। कोस्टगार्ड की टीम मंगलवार को पार्थिव शरीर लेकर पहुंची। पहुंचेगी। इसके बाद रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद के मामा गजेंद्र यादव ने बताया कि रविवार दोपहर हुए हादसे की सूचना शाम को परिजनों को मिली। बताया गया कि मेडिकल रेस्क्यू के बाद पोर्ट पर लैंड करते वक्त हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में सौरभ के साथ मौजूद उनके दो साथियों की मौके पर ही सांसें थम गई थीं। जबकि, गंभीर रूप से घायल होने पर अस्पताल ले जाते वक्त सौरभ भी शहीद हो गए थे। मामा ने बताया कि सौरभ के पिता ज्ञान सिंह पुलिस विभाग में वित्त नियंत्रक पद से रिटायर हुए हैं। वह मूल रूप से कौशाम्बी के कोखराज स्थित अलीगंज के रहने वाले हैं। उनकी तीन संतानों में सौरभ मझले थे और 2022 से इंडियन कोस्टगार्ड में तैनात थे। उनकी तैनाती पोरबंदर में थी। जहां वह अपनी पत्नी वासिता व दो बच्चों छह वर्षीय बेटी टीका व तीन साल के बेटे बाली के साथ रहते थे। उन्होंने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद पोरबंदर में ही उन्हें अंतिम सलामी दी गई। सौरभ के छोटे भाई अंकुश अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जबकि, बड़ी बहन एचबीटीआई कानपुर में तैनात हैं।