मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। प्रयागराज मिर्जापुर राजमार्ग पर प्रयागराज जाने वाले वाहनों का काफिला घटने का नाम नहीं ले रहा है। प्रयागराज से लौटने वाले वाहनों की अपेक्षा प्रयागराज जाने वाले वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। मिर्जापुर प्रयागराज राजमार्ग पर वाहनों का लंबा काफिला कम नहीं हो पा रहा है। प्रयागराज से लौटने वाले वाहनों की अपेक्षा प्रयागराज जाने वाले वाहनों की संख्या मंगलवार को भी अधिक रही। मिर्जापुर प्रयागराज राजमार्ग पर बिहार, छत्तीसगढ़ और बंगाल के वाहनों की संख्या अधिक रहती है। विभिन्न प्रकार के नवीनतम वाहन भी लोगों में चर्चा के विषय रहते हैं। प्रयागराज मिर्जापुर राजमार्ग पर मांडा क्षेत्र के पाली, हेमपुर, बामपुर, कुखुड़ी, नहवाई, चिलबिला, टिकरी, बम्हनी, दिघिया, धरांवनारा, आंधी , गरेथा आदि तमाम गाँव पड़ते हैं। इन गांवों के तमाम लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने से रात दिन अनवरत वाहनों का आवागमन चालू है। अनुमान था कि माघी पूर्णिमा के बाद वाहनों का दबाव कम हो जाएगा, लेकिन अभी तक भीड़ कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। कुछ लोगों के मकान राजमार्ग के दोनों तरफ हैं, ऐसे लोगों को वाहनों के अनवरत आवागमन के चलते सड़क पार करने में घंटों लग जाते हैं। अन्य प्रांतों के वाहनों की तेज स्पीड को देखते हुए लोगों को घर के छोटे बच्चों की काफी देखभाल करनी पड़ती है। हमेशा यह भय बना रहता है कि कहीं बच्चे राजमार्ग पर न चले जायें। इस राजमार्ग पर वाहनों का इतना दबाव लोगों ने इसके पहले कभी नहीं देखा था।