प्रयागराज (राजेश शुक्ल)। जैसे ही आशा बहू ने बताया कि प्रसव पीड़िता एचआईवी पीड़ित है, चिकित्सक कुर्सी छोड़कर खड़ी हो गईं। फिर, प्रसव कराने से इनकार करते हुए आशा बहू को जमकर फटकारने लगीं।
मेडिकल कॉलेज के एमसीएच विंग में शुक्रवार रात एक शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां आई एचआईवी पीड़ित गर्भवती का डॉक्टर ने प्रसव कराने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं प्रसव पीड़िता को साथ लेकर आई आशा बहू को भी जमकर फटकार लगाई। बाद में सीएमओ के दखल पर प्रसव पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया।
सदर ब्लॉक क्षेत्र की एक गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार शाम परिजनों ने आशा बहू को फोन कर जानकारी दी। इस पर आशा बहू रात आठ बजे परिजनों के साथ प्रसव पीड़िता को लेकर मेडिकल कॉलेज के एमसीएच विंग पहुंची।
आशा कार्यकर्ता ने बताया एमसीएच विंग में प्रसव पीड़िता को भर्ती कर लिया गया। इसके बाद स्त्री रोग विशेषज्ञ ने आशा कार्यकर्ता से प्रसव पीड़िता की हिस्ट्री पूछी। जैसे ही आशा बहू ने बताया कि प्रसव पीड़िता एचआईवी पीड़ित है, चिकित्सक कुर्सी छोड़कर खड़ी हो गईं। फिर, प्रसव कराने से इनकार करते हुए आशा बहू को जमकर फटकारने लगीं।
इस पर आशा बहू ने मंझनपुर पीएचसी में मोबाइल से फोन किया और सीएमओ को जानकारी दी। जानकारी पर सीएमओ ने फोनकर सीएमएस और एमसीएच विंग में तैनात पैरामेडिकल स्टाफ को फटकार लगाई तो उन्होंने प्रसव पीड़िता को भर्ती कर इलाज शुरू किया। हालांकि, तब तक स्त्री रोग विशेष कार में बैठकर अपने घर रवाना हो चुकी थीं। प्रसव पीड़िता के परिजनों ने इस बारे में सीएमओ से कई बार बात की तो उन्होंने भरोसा दिलाया कि परेशान न हों, प्रसव कराया जाएगा।
जैसे ही जानकारी हुई फौरन सीएमएस को फोन कर प्रसव पीड़िता को भर्ती करने के लिए कहा गया। प्रसव पीड़िता अथवा आशा कार्यकर्ता के साथ दुर्व्यवहार जैसी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा कुछ है तो जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. संजय कुमार, सीएमओ