प्रयागराज (राजेश सिंह)। पिछले कई दिनों से महाकुंभ में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। वाहनों का दबाव अधिक होने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई। शहर की ओर आने वाला हर रास्ता जाम हो गया। प्रयागराज में कॉमर्शियल वाहनों का प्रवेश नहीं हो रहा है। ऐसे में दूध-ब्रेड और सब्जी की कमी है।
महाकुंभ में संगम स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। प्रयागराज में पांच दिन से लगातार कई-कई किलोमीटर लंबा भीषण जाम लगने से व्यवस्था चरमरा गई। हाईवे पर दो घंटे की दूरी दस घंटे में पूरी हो रही है। लाखों वाहन जाम में फंसे होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन जाम से निजात दिलाने में पूरी तरह से फेल नजर आया। शहर में मालवाहक वाहनों की एंट्री नहीं हो पा रही है।
दरअसल, पिछले कई दिनों से महाकुंभ में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। वाहनों का दबाव अधिक होने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई। शहर की ओर आने वाला हर रास्ता जाम हो गया। पुलिस ने यातायात को संभालने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की। हालात बद से बदत्तर हो गए। पांच दिन से श्रद्धालुओं के वाहनों की कतार दस किमी तक लगी दिखी। जाम में फंसकर कई घंटे रेंगने के बाद वाहनों के ईंधन खत्म हो रहे हैं। इससे स्थिति और भी विकट हो जा रही है। श्रद्धालुओं के साथ-साथ शहर के लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रयागराज में कॉमर्शियल वाहनों का प्रवेश नहीं हो रहा है। ऐसे में दूध-ब्रेड की कमी है। मेले में भी सप्लाई रुक गई है। यह सामान्य नहीं हुआ तो खाद्यान्न का संकट बढ़ सकता है। पेट्रोल पंपों पर भी पेट्रोल-डीजल की किल्लत देखी जा रही है। हालांकि सोमवार देर रात तक हालात में सुधार नजर आया। मंगलवार को भी श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य रही। शहर में हालात सामान्य हैं।
चीनी, आटा और मैदा के गोदाम हुए खाली
उधर, जाम के कारण शहर में मालवाहक वाहन पहुंच नहीं पा रहे। शहर की प्रमुख गल्ला मंडी मुट्टीगंज में तमाम व्यापारियों के गोदाम से चीनी, आटा, मैदा, सूजी आदि का स्टॉक तकरीबन खत्म हो चुका है। जिनके यहां माल बचा भी है वह फुटकर दुकानों की मांग के अनुरूप सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। थोक व्यापारियों ने कहा कि अगर अनाज लदे वाहन शहर में नहीं आए तो यहां तमाम जरूरी खाद्यान्न के लिए हाहाकार मचना तय है। मुट्टीगंज गल्ला मंडी की बात करें तो 26 जनवरी के बाद से ही मालवाहक वाहनों की आवाजाही यहां बंद है। वसंत पंचमी के बाद यहां कुछ वाहन आए भी लेकिन उनकी संख्या सीमित होने से ज्यादा माल नहीं आ सका। फिलहाल सोमवार को यहां गल्ला मंडी के तमाम कारोबारियों के यहां स्टॉक तकरीबन खत्म हो गया। जिनके यहां बचा भी है वहां एक दो दिन में आटा, चीनी, सूजी, मैदा, दाल आदि का स्टॉक खत्म हो सकता है।
फुटकर कारोबारी दीपक केसरवानी ने बताया कि वह थोक बाजार में चीनी लेने गए तो उन्हें नहीं मिली। एक कारोबारी के यहां 50 किलो चीनी मांगी भी गई तो उसने 15 किलो ही दी। थोक कारोबारी राजेश केसरवानी ने बताया कि उन्होंने आटा के लिए गेहूं मंगवाया था, लेकिन दो सप्ताह से उनका ट्रक भरवारी में ही खड़ा है। समझ ही नहीं आ रहा कि क्या किया जाए।
गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी ने कहा कि चाकघाट बार्डर पिछले कई दिन से दाल लदे ट्रक खड़े हैं, लेकिन उन्हें प्रयागराज में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। कहा कि प्रशासन से हम सभी व्यापारियों की गुजारिश है कि एक निर्धारित समय में इन वाहनों को प्रवेश दिया जाए। सतीश ने बताया कि तमाम कारोबारियों के पासा चीनी, आटा, मैदा आदि का स्टॉक खत्म भी हो गया है।
काला बाजारी बढ़ी, दूध और ब्रेड पर भी संकट
मालवाहक वाहनों को प्रवेश न दिए जाने की वजह से कुछ जगह कालाबाजारी की भी बात सामने आई है। नखास कोहना, मुट्ठीगंज में कुछ व्यापारियों ने बाजार रेट से ज्यादा में सामान बेेचना शुरू किया है। बेकरी कारोबारी राशिद सगीर ने बताया कि मैदा न मिल पाने की वजह से ब्रेड आदि को बनाने में दिक्कत हो रही है। कहा कि कोखराज के पास मैदा लदा ट्रक खड़ा है, लेकिन उसे इंट्री नहीं दी जा रही है।
इसी तरह तमाम इलाकों में दूध का भी संकट गहरा गया है। दूध विक्रेता राकेश दुबे ने बताया कि जाम की वजह से दूध वाले वाहन नहीं आ पा रहे हैं। जनरल स्टोर चलाने वाले राजेश गुप्ता ने बताया कि आज कई जगह पैकेट बंद दूध नहीं आया। इससे आम शहरियों को दिक्कत हुई। गृहणी सौम्या मालवीय ने बताया कि सुबह दूध मिला तो चौफटका स्थित डेयरी से उनके पति दूध खरीदकर लाए।
कई पेट्रोल पंपों पर दिन भर लगी रही वाहनों की कतार
रविवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र के आसपास वाले पेट्रोल पंपों पर डीजल, पेट्रोल खत्म हो जाने का असर सोमवार को भी दिखा। तमाम लोग अपने वाहनों में पेट्रोल, डीजल भरवाने के लिए सुबह से ही निकल पड़े। अल्लापुर के सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने सिविल लाइंस में आकर अपनी बाइक की टंकी फूल करवाई। इसी तरह राजरूपपुर के अनय गुप्ता ने भी करबला पेट्रोल पंप में आकर अपनी बाइक में तेल भरवाया। कहा कि वहां लोगों की सुबह अच्छी संख्या में लाइन भी थी।
इसी तरह कई अन्य पंपों पर लोगों की लाइन दिखी। पेट्रोल पंप संचालक अनुज गुप्ता ने बताया कि आज टैंकर कुछ जगह पहुंचे भी है। यमुनापार में पेट्रोल पंप चलाने वाले सुधीर द्विवेदी और मनोज पटेल ने बताया कि कानपुर से आने वाले टैंकर वाया चित्रकूट होते हुए आज पहुंचे। इससे बड़ी राहत मिली।