कुम्भ नगर (राजेश शुक्ला)। प्रयागराज महाकुंभ में आने वाली भीड़ के चलते संगमनगरी को जोड़ने वाली सभी सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। मिर्जापुर और लखनऊ मार्ग की स्थिति सबसे ज्यादा भयावह रही। यहां पर आठ से दस किलोमीटर लंबी कतार में वाहन रेंगते नजर आए। प्रतापगढ़, कानपुर और वाराणसी रोड पर भी यह स्थिति रही। जाम में फंसे लोग गुजरने वालों से पूछते रहे भैया अभी कितना लंबा जाम है।
महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को लगातार तीसरे दिन सोमवार को भी जाम से जूझना पड़ा। सबसे खराब स्थिति मिर्जापुर और लखनऊ मार्ग पर रही। यहां पर आठ से 10 किलोमीटर तक गाड़ियों की कतारें लगीं रहीं। वहीं, संगम से अपने घरों को लौट रहे श्रद्धालुओं को भी घंटों जाम से जूझना पड़ा। हालांकि, पिछले तीन दिन के मुकाबले शहरवासियों को जाम से थोड़ी राहत मिली है।
मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग पर रविवार देर-रात 1:30 बजे तक जाम लगा रहा। इसके बाद साढ़े छह घंटे तक स्थिति सामान्य रही, लेकिन सोमवार की सुबह आठ बजे से फिर जाम लगना शुरू हो गया। कठौली से डिगिया तक करीब आठ किलोमीटर वाहनों का रेला लग गया। महज आधे घंटे का सफर चालकों को चार से पांच घंटे में पूरा करना पड़ा। वहीं, प्रयागराज-लखनऊ-रायबरेली मार्ग पर भी दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।
प्रवेश प्वाइंट पर करीब छह किमी से अधिक जाम लगा रहा। कुछ वाहनों को प्रयागराज-वाराणसी हाईवे की ओर भेज दिया गया। सिकरी से लगा जाम मलाक हरहर तक रहा। यहां बेला कछार पार्किंग में वाहनों को पार्क कराया गया। फाफामऊ तक रुक-रुक गाड़ियां चलती रहीं। शहर में अलोपीबाग चुंगी, बांगड़ चौराहा, दारागंज, लेप्रोसी, झूंसी, अंदावा, नए यमुना पुल, पुराने यमुना पुल, मेडिकल चौराहा, तेलियरगंज, फाफामऊ, चौफटका, धूमनगंज, सोहबतिया बाग, समेत कई क्षेत्रों में वाहन दिनभर रुक-रुक कर चल रहे थे।