कुंभ नगर (राजेश सिंह)। प्रयागराज में महाकुंभ अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था, अखाड़ों की दिव्यता और संतों के आशीर्वाद ने इसे ऐतिहासिक बना दिया।
प्रयागराज में महाकुंभ अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था, अखाड़ों की दिव्यता और संतों के आशीर्वाद ने इसे ऐतिहासिक बना दिया। बुधवार को महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अंतिम पूजन के साथ कुंभ के धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण होंगे। जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने इसे भारत की सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह आयोजन विश्व में अनूठा है। इस अद्भुत आयोजन को सफल बनाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी।
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने महाकुंभ के समापन पर कहा महाकुंभ हमारी दिव्यताओं का प्रतीक है। हमारी संस्कृति तब से चली आ रही है जब से अंबर, अग्नि, जल, वायु और मानव अस्तित्व में आए।
उन्होंने बताया कि कुंभ के सभी धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण होने के बाद वे काशी पहुंच चुके हैं। महाशिवरात्रि के पूजन के साथ महाकुंभ की परंपराएं विधिवत संपन्न हो जाएंगी।
एकता और सामाजिक समरसता की मिसाल
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि हमने यहां एकता और सामाजिक समरसता का अद्भुत संगम देखा। पूरा विश्व यह देखकर चकित है कि कैसे करोड़ों भारतीय एकजुट हुए। उन्होंने इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यूनेस्को ने इसे अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी है। 60-62 करोड़ लोगों का एक ही शहर में आना, यह अपने आप में एक अनोखी घटना रही।
मोदी और योगी को दी बधाई
उन्होंने कहा कि महाकुंभ बिना किसी अव्यवस्था के संपन्न हुआ, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं। उनकी दूरदर्शिता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन पूरी तरह सफल रहा।