उदयपुर। राजस्थान के राजसमंद जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल धनजी का खेड़ा को एनआरआई ज्योति कोठारी ने गोद लिया और वहां बच्चों के लिए जरूरी सामग्री, खेलकूद उपकरण, संगीत वाद्य यंत्र, और आधुनिक शैक्षिक संसाधन प्रदान किए। यह उनके द्वारा गोद लिया गया 19वां स्कूल है। ज्योति कोठारी ने स्कूल गोद लेने की परंपरा 2006 में अपने पिता गुण सागर कर्णावट की प्रेरणा से शुरू की थी।
बच्चों को बेहतर शिक्षा और भविष्य निर्माण में मदद मिलेगी
ज्योति का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को भी उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए, और इसके लिए अच्छे संसाधन उपलब्ध कराना आवश्यक है ताकि वे भी भविष्य में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकें। ज्योति कोठारी की चौरिटी संस्था के 20वें कार्यक्रम में चार लाख रुपये मूल्य की शैक्षिक सामग्री के साथ विद्यालय को विभिन्न संसाधन प्रदान किए गए, जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा और भविष्य निर्माण में मदद मिलेगी।
17 स्कूली बच्चों को प्रोत्साहन राशि, आंगनबाड़ी के 41 बच्चों को बैग और किट बांटे
आज के कार्यक्रम में 17 प्रतिभावान बच्चों को एक-एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई। इसके अलावा, स्कूल के लिए खेल सामग्री, एलईडी, ग्रीन बोर्ड, कम्प्यूटर, प्रिंटर, पंखे, बेड, पोशाक, बैग, फर्नीचर और अन्य शैक्षिक सामग्री प्रदान की गई। साथ ही आंगनबाड़ी के 41 बच्चों को भी बैग और किट वितरित किए गए।
आस्ट्रिया के प्राग में पति के साथ शाकाहारी भोजन बनाकर बेचती है ज्योति
ज्योति कोठारी आस्ट्रिया के प्राग में अपने पति के साथ रहकर भारतीय शाकाहारी भोजन बनाती हैं और इसे बेचकर जो राशि प्राप्त होती है, उसका इस्तेमाल वह भारत आकर स्कूलों में संसाधन जुटाने में करती हैं। उनका यह प्रयास ग्रामीण बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए समर्पित है। उनके दोस्त जेरी भी इस कार्य में हर साल सहयोग करते हैं और कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।