Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

महाकुंभ में आए इतने लोग...कम पड़ गई इन देशों की जनसंख्या

sv news

कुंभ नगर (राजेश शुक्ल)। सनातन संस्कृति के महापर्व महाकुंभ में आस्थावान की डुबकी ने कीर्तिमान स्थापित कर दिया। शाश्वत और चौतन्य ऊर्जा के दिव्य स्रोत महाकुंभ ने 50 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का महारिकॉर्ड बनाया।

तीर्थराज प्रयागराज की धरती पर पिछले माह 13 जनवरी से आयोजित हो रहा दिव्य-भव्य व नव्य धार्मिक, सांस्कृतिक समागम ‘महाकुंभ 2025’ अब इतिहास रच चुका है। यहां अब तक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में सनातन आस्था की पावन डुबकी लगाकर धार्मिक और सांस्कृतिक एकता की अद्वितीय मिसाल कायम की है। यह 50 करोड़ से अधिक की संख्या किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मानव इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता बन चुकी है। इस विराट समागम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुनिया में केवल भारत और चीन की जनसंख्या ही यहां आने वाले लोगों की संख्या से अधिक है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के सुव्यवस्थित प्रयासों से भारत की इस प्राचीन परंपरा ने अपनी दिव्यता और भव्यता से पूरी दुनिया को मुग्ध कर दिया है।

खास-खास

12 दिन महाकुंभ के समापन के पहले ही स्नानार्थियों की संख्या ने रचा कीर्तिमान

04 हजार से ज्यादा नावों का संचालन हो रहा महाकुंभ में, बने हैं 30 पांटून पुल

45 दिन का है महाकुंभ, माघ के बाद फाल्गुन में भी उमड़ रहा है आस्था का रेला

25 सेक्टर में बसाया गया महाकुंभ मेला, आठ लाख वाहनों की क्षमता के 105 पार्किंग

रिकॉर्ड

चीन व भारत को छोड़ उतने लोग आए, जितनी दुनिया के बड़े देशों की जनसंख्या नहीं

अमेरिका, रूस, इंडोनेशिया, ब्राजील, पाकिस्तान की आबादी से ज्यादा लोग पधारे यहां

अमेरिका, रूस और पाकिस्तान जैसे देशों की जनसंख्या भी इतनी नहीं

यूएस सेंसस ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया के 200 से अधिक राष्ट्रों में जनसंख्या के दृष्टिकोण से टॉप 10 देशों में क्रमशः भारत (1,41,93,16,933), चीन (1,40,71,81,209), अमेरिका (34,20,34,432), इंडोनेशिया (28,35,87,097), पाकिस्तान (25,70,47,044), नाइजीरिया (24,27,94,751), ब्राजील (22,13,59,387), बांग्लादेश (17,01,83,916), रूस (14,01,34,279) और मैक्सिको (13,17,41,347) शामिल हैं। 

वहीं, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की अब तक की संख्या 50 करोड़ पार को देखा जाए तो केवल भारत और चीन की जनसंख्या ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अधिक है। 

जबकि अमेरिका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया, ब्राजील, बांग्लादेश, रूस और मैक्सिको की जनसंख्या भी इससे कहीं पीछे है। ये दिखाता है कि महाकुंभ अब केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह सनातन धर्म के विराट स्वरूप का प्रतीक बन चुका है।

सीएम योगी के अनुमान के भी पार पहुंच चुका है आंकड़ा

गंगा, यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर के भी पार पहुंच गया है, जिसकी महाकुंभ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी। 

सीएम योगी ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार जो भव्य और दिव्य महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, वह स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा। उन्होंने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी। 

बता दें कि उनका यह आकलन 11 फरवरी को ही सच साबित हो गया था। वहीं शुक्रवार को यह संख्या 50 करोड़ के ऊपर पहुंच चुका है। अभी महाकुंभ में 12 दिन और एक महत्वपूर्ण स्नान पर्व शेष है। पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की यह संख्या 55 से 60 करोड़ के ऊपर जा सकती है।

विभिन्न स्नान पर्वों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। 

एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई। इसके अलावा वसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी। वहीं माघी पूर्णिमा के महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पावन स्नान किया था।

आस्था का परिचायक है यह आंकड़ारू योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं के महारिकॉर्ड बनने पर कहा कि भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता के जीवंत प्रतीक महाकुंभ में अब तक पावन त्रिवेणी में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad