फैंस से खचाखच भरे स्टेडियम में खेला गया इंडिया मास्टर्स बनाम वेस्टइंडीज मास्टर्स फाइनल
नई दिल्ली। रायपुर के वीर नारायण सिंह स्टेडियम में रविवार को इंडिया मास्टर्स और वेस्टइंडीज मास्टर्स के बीच अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स लीग का फाइनल मुकाबला खेला गया। इंडिया मास्टर्स की कप्तानी महान सचिन तेंदुलकर ने की। वेस्टइंडीज मास्टर्स की कमान ब्रायन लारा ने संभाली।
याद दिला दें कि इस टी20 लीग में कुछ छह टीमों (भारत, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) ने हिस्सा लिया था। फाइनल में सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व वाली इंडिया मास्टर्स और ब्रायन लारा की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज मास्टर्स आमने-सामने थी।
इस मुकाबले में उम्मीद से ज्यादा दर्शकों ने उपस्थिति दर्ज कराकर मैच को यादगार बना दिया। शायद ही किसी ने उम्मीद की थी कि 65 हजार क्षमता वाला स्टेडियम में करीब 50 हजार दर्शक शामिल होंगे। मगर ऐसा हुआ। लगा ही नहीं कि सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी कभी संन्यास लिए हो। सचिन तेंदुलकर के नाम की गूंज से स्टेडियम चहक उठा।
तेंदुलकर का हर एक शॉट आइकॉनिक
बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने फाइनल मुकाबले में 18 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 25 रन बनाए। उन्होंने इंडिया मास्टर्स पारी के हीरो अंबाती रायुडू के साथ पहले विकेट के लिए 67 रन की मजबूत साझेदारी की। मास्टर ब्लास्टर ने तीनों बाउंड्री ऑफ साइड में जमाई। उन्होंने रवि रामपॉल की गेंद पर थर्ड मैन में पहला चौका जमाया।
फिर जेरोम टेलर की लगातार दो गेंदों में दो बाउंड्री जमाई। पहले सचिन तेंदुलकर ने बैकवर्ड प्वाइंट में कट शॉट खेलकर चौका जमाया। अगली ही गेंद पर उन्होंने अपर कट के सहारे छक्का जमाया। 51 साल के तेंदुलकर को बल्लेबाजी करते देख कभी लगा ही नहीं कि उनकी बल्लेबाजी पर उम्र हावी हो। उन्होंने बेहद आकर्षक शॉट्स जमाए और दर्शकों की वाहवाही लूटी।
मोबाइल टॉर्च से जगमगाया स्टेडियम
इंडिया मास्टर्स आसानी से वेस्टइंडीज मास्टर्स द्वारा मिले 149 रन के लक्ष्य की तरफ बढ़ रही थी। बीच में एक पल ऐसा आया जब दर्शकों ने मोबाइल की टॉर्च लाइट ऑन करके इंडिया मास्टर्स के लिए अपना समर्थन जताया। पूरा स्टेडियम रोशनी से जगमग हो उठा।
इंडिया मास्टर्स बना चौंपियन
यह दर्शकों का समर्थन और इंडिया मास्टर्स के खिलाड़ियों का शानदार खेल था कि सचिन तेंदुलकर की टीम चौंपियन बनी। वेस्टइंडीज मास्टर्स ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी और 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 148 रन बनाए। जवाब में इंडिया मास्टर्स ने 17.1 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। इस तरह इंडिया मास्टर्स ने 17 गेंदें शेष रहते 6 विकेट से जीत दर्ज की।
इंडिया मास्टर्स की जीत के तीन हीरो
इंडिया मास्टर्स को फाइनल में जीत दिलाने में तीन खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई। आर विनय कुमार (3 विकेट) और शाहबाज अहमद (2 विकेट) ने पहले गेंद से कमाल करके वेस्टइंडीज मास्टर्स को कम स्कोर पर रोका। फिर अंबाती रायुडू (74) ने उम्दा पारी खेलकर इंडिया मास्टर्स को चौंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। रायुडू ने 50 गेंदों में 9 चौके और तीन छक्के की मदद से 74 रन बनाए।