प्रयागराज (राजेश सिंह)। नगर निगम की सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने कहा कि नगर निगम की आय में वृद्धि की जानी चाहिए, लेकिन इसका भार किसी भी रूप में जनता पर न डाला जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे संसाधनों की पहचान और विकास किया जाए जो राजस्व के वैकल्पिक स्रोत बन सकें।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए महापौर कहा कि नए वित्तीय वर्ष के लिए योजनाएं तैयार करें, जो सीधे जनता के हित में हों। निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान बताया गया कि प्रथम चरण में 100 करोड़ रुपये की लागत से 8 परियोजनाएं चल रही हैं। महापौर ने मीरापुर सब्जी मंडी से हनुमान मंदिर तक की सड़क को तीसरे चरण में शामिल करने के निर्देश दिए।
साथ ही जोन-4 की कोतवाली से अतरसुइया रोड के चौड़ीकरण की प्रक्रिया को जल्द शुरू करने का निर्देश दिया। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त अरविंद राय,दीपेंद्र यादव, अंबरीष बिंद, मुख्य कर अधिकारी पीके. द्विवेदी, चीफ इंजीनियर अनिल मौर्या, प्रकाश व्यवस्था प्रभारी संजय कटियार और अन्य उपस्थित रहे।
गंगा पथ, अंदावा-सहसों और फाफामऊ क्षेत्र में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने और मेला क्षेत्र की अतिरिक्त लाइट्स को उपयोग में लाने के निर्देश दिए गए। साथ ही हाउस टैक्स जमा न करने वाले क्षेत्रों की सूची बनाकर वसूली की कार्रवाई तेज करने को कहा गया। घाटों की सफाई, कीटनाशक छिड़काव, फॉगिंग, कचरा संग्रहण जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। अफसरों ने बताया कि, 649 नालों की सफाई के लिए टेंडर किया गया है।
मीट की दुकानों पर होगी कार्रवाई
महापौर ने शहर में चल रही मांस की दुकानों में नियमों के उल्लंघन पर नाराजगी जताई। नगर आयुक्त को ऐसी दुकानों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए। महापौर ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे आगामी बैठक में अपने विभाग की दो वर्षों की कार्य रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके अलावा स्वीकृत परियोजनाओं पर शिलान्यास और शिलापट लगाने की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू करने को कहा गया।