मैनचेस्टर। रभारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 जुलाई से शुरू हो रहे एंडरसन-तेंदुलकर ट्राफी के चौथे टेस्ट से पहले दो प्रमुख तेज गेंदबाज आकाश दीप और अर्शदीप ोसह के अलावा आलराउंडर नीतीश रेड्डी की चोटों ने भारतीय टीम की समस्या बढ़ा दी है। इन दोनों के बाहर होने की आशंका के बीच चयनकर्ताओं ने हरियाणा के युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को कवर गेंदबाज के रूप में टीम मे शामिल किया है।
चयनकर्ताओं ने यह निर्णय सीरीज के अंतिम दो टेस्ट को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। भारत का तेज गेंदबाजी लाइनअप पहले से ही कार्यभार और अनुभव की चुनौती से जूझ रहा था। अब दो प्रमुख तेज गेंदबाजों के साथ नीतीश के चोटिल होने से टीम प्रबंधन के सामने मुश्किल हालात हैं। नीतीश इस सीरीज से भी बाहर हो सकते हैं। हालांकि अभी टीम प्रबंधन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
सही संयोजन की तलाश
चौथे टेस्ट में सही संयोजन चुनना आसान नहीं होगा। हालांकि आकाश दीप के नहीं खेलने पर कंबोज जैसे युवा की एंट्री टीम के लिए नई ऊर्जा ला सकती है। नीतीश के बाहर होने से शार्दुल ठाकुर को मौका मिल सकता है।
टीम योजना पर असर
टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण की प्रतीक्षा कर रहे अर्शदीप को बेकनहैम में अभ्यास सत्र के दौरान गेंदबाजी के दौरान चोट लग गई थी। यह चोट फॉलो-थ्रू के दौरान लगी और हाएं हाथ की हथेली पर गहरा कट लगने के बाद उन्हें टांके लगाए गए हैं। ऐसे में यह तय है कि अर्शदीप को फिलहाल पदार्पण के लिए इंतजार करना होगा। वहीं, आकाश दीप की ग्रोइन इंजरी हुई है। आकाश ने बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट में 10 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट में उनका प्रदर्शन फीका रहा।
उन्होंने केवल एक विकेट लिया और चौथे दिन उपचार के लिए मैदान भी छोड़ना पड़ा था। अब स्पष्ट हो गया है कि उन्हें ग्रोइन की समस्या है, जिससे उनकी उपलब्धता संदिग्ध हो गई है। टीम के सूत्र का कहना है कि उनका खेलना 50-50 है। टीम के सहायक कोच रयान टेन डोशेट ने अर्शदीप की चोट को टीम योजना के लिए झटका बताया और आकाश की स्थिति ने इस सिरदर्द को और बढ़ा दिया है।
बुमराह की वापसी पर टिकी निगाहें
भारतीय टीम सीरीज में 1-2 से पीछे है और दो प्रमुख तेज गेंदबाज चोटिल हैं। ऐसे में लॉर्ड्स टेस्ट में खेल चुके बुमराह मैनचेस्टर में भी खेलते हुए नजर आएंगे। सीरीज शुरू होने से पहले ही चयनकर्ताओं की तरफ से कहा गया था कि बुमराह इस सीरीजे सिर्फ तीन टेस्ट खेलेंगे। वैसे उन्हें पहला, तीसरा और आखिरी टेस्ट खेलना था लेकिन अब टीम को रणनीति बदलनी होगी। तीसरे और चौथे टेस्ट मैच के बीच काफी समय भी था जिसके कारण बुमराह को जरूरी आराम भी मिल गया है।
मोहम्मद सिराज ने तीनों टेस्ट में गेंदबाजी का सबसे ज्यादा भार उठाया है। ऐसे में उनका वर्कलोड मैनेजमेंट करना जरूरी होगा। वहीं पहले दो टेस्ट मैचों में खेलने वाले प्रसिद्ध कृष्णा और लीड्स में गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में खेलने वाले शार्दुल को फिर मौका मिलने की आशा जगी है।
कंबोज की एंट्री
हरियाणा के 24 वर्षीय तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को श्श्हिट द डेकश्श् गेंदबाजी के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारत ए की ओर से नॉर्थहैम्पटन में खेले गए अनौपचारिक टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करते हुए चार विकेट लिए थे, जिनमें दो एक ही ओवर में आए। बल्लेबाजी में तनुष कोटियन के साथ 149 रन की अटूट साझेदारी निभाई थी। घरेलू क्रिकेट में कंबोज का रिकॉर्ड शानदार रहा है। 2023-24 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने छह मैचों में 34 विकेट लिए और 2024-25 दलीप ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेकर शीर्ष पर रहे थे। उन्होंने केरल के विरुद्ध एक पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया और राजस्थान के प्रदीप सोमासुंदरम (1985-86) के बाद यह कारनामा करने वाले तीसरे गेंदबाज बने थे।