प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगा-यमुना का जलस्तर कम होने के बाद बांध स्थित बड़े हनुमान जी के मंदिर का कपाट भक्तों के दर्शन-पूजन के लिए खोल दिया गया है। सप्ताह भर बाद गुरुवार की सुबह मंदिर की सफाई करने के बाद हनुमान जी की प्रतिमा का अभिषेक व शृंगार किया गया।
बांध स्थित बड़े (लेटे) हनुमान मंदिर से गंगा-यमुना नदियों का पानी निकलने के बाद मंदिर की पानी आदि से साफ-सफाई की गई। इसके बाद मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने गुरुवार को विधि-विधान से हनुमान जी का पूजन करके आरती उतारी। इसके बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया।
इस वर्ष अब तक गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ने पर इस वर्ष बड़े हनुमान जी ने दो बार महास्नान किया। पहले 15 जुलाई को महास्नान किया था। जलस्तर कम होने पर 17 जुलाई को पट खुल गया था, लेकिन 18 जुलाई को गंगा जी ने पुनरू हनुमान जी को महास्नान करा दिया। इसके बाद मंदिर का पट बंद हो गया था।
हनुमान जी के शयन (जल) में रहने तक उनकी चल प्रतिमा (मूल प्रतिमा का स्वरूप) को कारिडोर के बाहर कमरे में रखा गया। हनुमान जी के शयन करते तक चल प्रतिमा की पूजा की गई। भक्तों ने उन्हीं का दर्शन किया। जल स्तर कम होने पर मंदिर का पट पुनरू खोला गया है।