प्रयागराज (राजेश सिंह)। लगभग एक हफ्ते से उफान रहीं गंगा और यमुना का पानी कम होने लगा है मगर दोनों नदियों का जल स्तर अब भी खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं हैं। इससे अब तक लगभग 80 हजार लोग बेघर हो चुके हैं तो पांच लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से अभी भी प्रभावित हैं। पांच दिनों से पानी में डूबे घरों को भारी नुकसान होने की आशंका है।
भारी वर्षा के चलते उफनाई गंगा और यमुना का पानी सोमवार रात से कम होना शुरू हुआ था, जो मंगलवार रात तक गंगा 11 सेमी तो यमुना 30 सेमी कम हुई हैं। दोनों नदियां अब भी खतरे के निशान से एक मीटर से भी ज्यादा ऊपर बह रही हैं। दोनों नदियों ने शनिवार को खतरे का निशान पार किया था। शहर में दोनों नदियों के तटीय क्षेत्रों में बसे मोहल्लों में सबसे ज्यादा हालत खराब हैं। जिले की 133 सड़कों-गलियों में 330 नावों का संचालन कराया जा रहा है। लगभग 88 गांवों और मोहल्लों का संपर्क अभी कटा है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बाढ़ में फंसे लोगों के सामने राशन से लेकर दूध तक की समस्या है। इसके चलते प्रशासन ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस व पीएसी बाढ़ दल के 630 जवानों को बचाव एवं राहत कार्य के लिए लगा दिया है।