प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी। पति घर से निकला, तो पत्नी ने प्रेमी को उसकी लोकेशन दी। उसने रास्ते में उसे रोका और खुरपी से ताबड़तोड़ वार किए। उसके सिर, गर्दन और पेट पर कई वर किए। मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया।
इसके बाद शव को साड़ी में लपेटा, पैर में पत्थर बांधे और कुएं में फेंक दिया। हत्या के बाद प्रेमिका को फोन करके कहा- काम हो गया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 19 सितंबर की रात आठ बजे शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के फूलतारा गांव की है। पुलिस ने 5 दिन बाद मामले का खुलासा किया।
शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के फूलतारा गांव में रवि (31) अपनी पत्नी संध्या (28) के रहता था। दोनों की शादी 7 साल पहले हुई थी। उनका 6 साल का बेटा अथर्व है। उनके साथ माता-पिता, 2 बहनें और भाई सूरज सिंह भी रहता है।
रवि किसानी करता था। 19 सितंबर की शाम से ही रवि उर्फ सोनू सिंह घर से गायब था। घर वाले 20 सितंबर तक रवि को खोजते रहे, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। इसके बाद 21 सितंबर को उसके भाई सूरज सिंह ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
इसके बाद पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल, सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। 22 सितंबर को रवि का शव गांव के बाहर एक खेत में बने कुएं में मिला। शव को पत्थर से बांधकर फेंका गया था, जिससे वह ऊपर न आ सके।
पुलिस जांच में सामने आया है कि रवि की पत्नी संध्या सिंह और गांव का ही विकास पुत्र नचकऊ आपस में लंबे समय से संपर्क में थे। दोनों के बीच मोबाइल पर लगातार बातचीत होती रहती थी। इसी आधार पर पुलिस ने दोनों को 24 सितंबर को उठाया। पूछताछ शुरू की, तो पहले दोनों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो दोनों टूट गए। दोनों की हत्या की बात कबूल ली। रवि भी शादीशुदा है। उसके तीन बच्चे हैं।
पुलिस पूछताछ में प्रेमी विकास ने बताया- मैं रवि के ही गांव का रहने वाला हूं। उसकी पत्नी संध्या से मेरा 5 साल से अफेयर चल रहा था। करीब 6 महीने पहले इसकी भनक विकास को लग गई। इस पर उसने संध्या को मारा-पीटा, उससे गाली-गलौज की।
मुझे धमकाया कि दोबारा संध्या की तरफ देखा तो तुम्हें जान से मार दूंगा। पहरे भी लगाए, लेकिन मैंने और संध्या ने एक-दूसरे से मिलना-जुलना नहीं छोड़ा। घरवालों की नजर से बचकर एक-दूसरे से मिलते और फोन पर बात करते रहे।
विकास ने बताया- संध्या जब भी फोन पर बात करती, खूब रोती थी। उसे साथ ले चलने को कहती थी। हर बार वह उसे दिलासा देता रहा। तीन दिन पहले उसने कहा कि अब वह मेरे बिना नहीं रह सकती। वह उसे ले चले वरना वह अपनी जान दे देगी।
यह भी बताया कि रवि ने उसकी पिटाई भी की है। यह सुनकर मेरा खून खौल गया। इसके बाद ही हमने तय कर लिया कि रवि को रास्ते से हटाकर रहेंगे। इस प्लानिंग में संध्या को भी शामिल कर लिया।
ताबड़तोड़ वार किए, मौके पर ही तोड़ दिया दम
प्लान के मुताबिक, 19 सितंबर की रात आठ बजे के करीब रवि खेत में काम करने वाले मजदूर के लिए खाना लेकर जाने लगा। जैसे ही वह घर से बाहर निकला, संध्या ने फोन कर इसकी जानकारी मुझे दे दी। इसके बाद मैं भी खेत की ओर चल दिया। 8.30 बजे के करीब खेत के पास उसे रवि वापस आता दिखाई दिया। संदेह होने पर रवि तेज कदमों से जाने लगा, तो मैंने उसे रोका। इस पर रवि गालियां देने लगा।
अगले ही पल उसने हाथ में ली खुरपी से उसके सीने पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। अचानक हुए हमले से रवि संभल नहीं सका और लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। एक के बाद एक उसकी गर्दन, सिर और पेट पर भी वार किए। इससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
हत्या के बाद शव को खेत में छिपाकर वह वापस गांव में चला आया। दो घंटे बाद करीब 10.30 बजे नीले रंग की साड़ी लेकर वहां पहुंचा और शव को लपेटकर करीब 150 मीटर दूर स्थित कुएं में लाकर फेंक दिया। इससे पहले उसके पैर में पत्थर भी बांध दिया, ताकि फूलने के बाद शव ऊपर न आ सके।
इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया- मृतक के भाई सूरज ने 21 सितंबर को शिकायत देकर विकास पर शक जताया था। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई तो वह पहले गुमराह करता रहा। सख्ती से पूछताछ करने पर पूरी घटना बयां कर दिया।
पूछताछ में संध्या खुद को निर्दाेष बताती रही। हालांकि जब उसके और विकास के मोबाइल की सीडीआर निकाली गई, तो सच्चाई सामने आ गई। इसमें पता चला कि घटना वाली रात कई बार दोनों के बीच बातचीत हुई। रात करीब 8 से 11 बजे तक दोनों ने एक-दूसरे को फोन कॉल की।
उधर पूछताछ में विकास ने बताया- हत्या के बाद उसने फोन कर संध्या को इसकी जानकारी दी। शव छिपाकर वापस गांव आने पर भी दोनों की बातचीत हुई। शव ठिकाने लगाने के बाद भी उसने संध्या को कॉल लगाकर बताया कि काम हो गया है।
डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया-मोबाइल व मैनुअल सर्विलांस और अभियुक्तों के बयान के जरिए अब तक सामने आए साक्ष्यों से साफ है कि हत्या में मृतक की पत्नी अभियुक्त की मददगार रही है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।