नई दिल्ली/ गुवाहाटी। अपनी 93वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने के लिए वायुसेना पूर्वोत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी पर भव्य हवाई प्रदर्शन करेगी। वायुसेना ने बताया कि यह शानदार आयोजन गुवाहाटी के लचित घाट पर ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से 5, 6, 8 और 9नवंबर को 11 बजे से 2 बजे के बीच देखा जा सकेगा। वायुसेना के फ्लाई पास्ट में स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान तेजस, राफेल, सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम और ध्रुव हेलिकॉप्टर्स अपने हवाई कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व सरमा ने जानकारी दी कि इस मेगा एयर शो में भारतीय वायुसेना के 150 विमान हिस्सा लेंगे, जिनमें राफेल, सुखोई और मिग जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान शामिल रहेंगे। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने कहा, 9 नवंबर को रक्षा मंत्री लाचित घाट पर होने वाले मेगा एयर शो में भाग लेंगे। यह असम और पूरे उत्तर-पूर्व के लिए गर्व का क्षण होगा। यह ऐतिहासिक आयोजन पूर्वोत्तर भारत में पहली बार इस स्तर का वायुसेना प्रदर्शन होगा, जो वायुसेना दिवस समारोहों का हिस्सा है। इस वर्ष का थीम अभेद्य, अजेय और सटीक, वायुसेना की अनुशासन, दक्षता और सटीकता की भावना को दर्शाएगा।
एयर शो में फ्रंटलाइन फाइटर जेट, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर शामिल होंगे, जो समन्वित फॉर्मेशन में उड़ान भरते हुए अपनी ताकत और तकनीकी क्षमता का अद्भुत प्रदर्शन करेंगे। दर्शक राफेल और सुखोई की करतबभरी उड़ानों, मिग के एरोबैटिक स्टंट्स और विभिन्न विमानों की सिंक्रोनाइज्ड फ्लाइट्स को करीब से देख सकेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य सिर्फ देश की वायुशक्ति का प्रदर्शन करना नहीं है, बल्कि पूर्वोत्तर के युवाओं को भारतीय सशस्त्र बलों में करियर अपनाने के लिए प्रेरित करना भी है। एयर शो देशभक्ति, साहस और राष्ट्रीय गौरव की भावना को और मजबूत करेगा। ब्रह्मपुत्र के किनारे जनता के लिए विशेष व्यूइंग जोन तैयार किए जाएंगे ताकि लोग इस दुर्लभ दृश्य को नजदीक से देख सकें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 7 और 8 नवंबर को असम दौरे पर रहेंगी, जहां वे गुवाहाटी गेटवे टर्मिनल, गुवाहाटी रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगी और शहीद कनकलता बरुआ राज्य विश्वविद्यालय (गोहपुर) की आधारशिला रखेंगी। 9 नवंबर को जब राफेल और सुखोई असम के आसमान में उड़ान भरेंगे, तब पूरा गुवाहाटी देश की वायुशक्ति के इस अभूतपूर्व प्रदर्शन का साक्षी बनेगा।
गौरतलब है कि 8 अक्तूबर को वायुसेना के स्थापना दिवस का मुख्य समारोह गाज़ियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर हो चुका है। यह पहला अवसर था जब वायुसेना दिवस समारोह को दो अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया था। हिंडन में इस बार एरियल डिस्पले न होने का कारण राजधानी क्षेत्र का बेहद व्यस्त एयर ट्रैफिक और बढ़ती आबादी के कारण बर्ड हिट का अंदेशा था। इसलिए इस बार एयर डिस्प्ले गुवाहाटी में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना था कि सेना के तीनों अंगों और अर्द्धसैनिक बलों को अपने वार्षिक समारोह देश के अन्य हिस्सों में भी मनाने चाहिए ताकि सभी लोग इनसे जुड़ पाएं।