मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। मेजा तहसील क्षेत्र के सुकाठ गांव में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी नौ अक्टूबर से आयोजित की जा रही रामलीला मंचन के चौथे दिन धनुष यज्ञ खेल का सजीव मंचन किया गया। रामलीला के शुभारंभ से पहले भगवान राम और लक्ष्मण की आरती पूजन के बाद राजा जनक का दरबार सजता है, जिसमें राजा के निमंत्रण पर धनुष तोड़ने के लिए देश विदेश से राजा दरबार में पहुंच गए। इन्हीं में एक राजा पेटहवा के पहुंचने पर सभी दर्शक उनकी कार्यशैली पर हंसने लगे। राजा जनक ने उपस्थित राजाओं को अपनी प्रतिज्ञा बताई। इसके बाद सभी राजा पहले तो बारी-बारी से धनुष को तोड़ने के लिए जाते हैं, जब धनुष को नहीं तोड़ पाते तो एक साथजोर लगाते हैं। इसके बाद भी जब धनुष नहीं टूटता तो राजा जनक अपनी प्रतिज्ञा को धिक्कारते हुए कहते हैं कि अब धरती पर कोई वीर नहीं बचा जो धनुष को तोड़ेगा। राजा के वचनों को सुन सभा में बैठे लक्ष्मण जोश में उठ बोलते हैं कि उनके भैया श्री राम हैं जो धनुष को तोड़ सकते हैं। श्री राम अपने गुरु की आज्ञा पाकर धनुष तोड़ देते हैं। जानकी श्री राम को वर माला पहना देती हैं। चारों तरफ खुशी छा जाती है। रामलीला में राजा जनक के रूप में रहे प्रकाश चंद्र मिश्र, राम का किरदार संजीव विश्वकर्मा, लक्ष्मण दिव्यांशू विश्वकर्मा, सीता के रूप में दिव्यम कुशवाहा, रावण का किरदार अरविंद सिंह, बाणासुर व परशुराम का अभिनय धर्मेंद्र सिंह, पेटहवा राजा के किरदार में रामजन विश्वकर्मा व करोड़पतिया के रूप में मंचन करने वाले प्रदीप घोघरे के मंचन की लोगों ने जमकर सराहना की। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष अरविंद सिंह (पूर्व प्रधान), डायरेक्टर राम मिलन विश्वकर्मा, कोषाध्यक्ष दुर्गा सिंह, लाल बाबू सिंह, रामबाबू सिंह, गामा लाल पटेल, राम आधार कुशवाहा, सुरेश सिंह, सुजीत शर्मा, सूर्यमणि कुशवाहा, अर्जुन कुशवाहा, रवि सिंह, राधिका प्रसाद कुशवाहा, राम भरत कुशवाहा, शेर बहादुर, रतन सिंह, विमलेश सिंह, रज्जन सिंह, सचिन कुशवाहा, जनार्दन प्रसाद, गगन सिंह, संजीत कुमार, अजीत कुशवाहा, राजू पटेल, दशरथ विश्वकर्मा, शिवनायक शर्मा, राममणि कुशवाहा, अक्षय कुमार, जेपी कुशवाहा, विजय शंकर शर्मा, सुनील कुशवाहा, नंदलाल कुशवाहा, रितेश कुशवाहा व प्रदीप कुमार सहित समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से इस रामलीला का मंचन ढोल नगाड़े व अन्य वाद्य यंत्रों सहित अनुभवी कलाकारों द्वारा किया जा रहा है। रामलीला के इस मंचन में लोक गायिका शालू विश्वकर्मा द्वारा प्रत्येक दिन प्रभु श्री राम के भजनों का भी दर्शकगण लुफ्त उठाते नजर आ रहे हैं।