नई दिल्ली। भारत का पहला स्वदेशी डिजाइन किया गया सात नैनोमीटर कंप्यूटर प्रोसेसर श्शक्तिश् 2028 तक तैयार होने की उम्मीद है। इसे भविष्य में स्थानीय चिप प्लांट में उत्पादित किया जा सकेगा।
आइआइटी मद्रास की टीम ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को यह जानकारी दी। मंत्री के इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो से पता चलता है कि उन्होंने टीम को चिपसेट के स्वदेशी उत्पादन की तैयारी के लिए हरी झंडी दे दी है, जिसका उपयोग आइटी सर्वर में किया जा सकता है।
वैष्णव नेें कहा-हम 28 नैनोमीटर से सात नैनोमीटर तक का सफर तय कर रहे हैं ताकि भविष्य में इसे हमारे फैब में लोड किया जा सके।
आइआइटी मद्रास की एक टीम द्वारा विकसित किया जा रहा यह प्रोसेसर वित्तीय, संचार, रक्षा और रणनीतिक क्षेत्रों के लिए कंप्यूटर सर्वरों में मददगार साबित होगा। वर्तमान में मोबाइल फोन, कंप्यूटर और सर्वर जैसे उच्च तकनीक वाले उपकरण ज्यादातर तीन से सात नैनोमीटर के बीच के आकार के चिप का उपयोग करते हैं।