प्रयागराज (राजेश सिंह)। इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह के चचेरे भतीजे मीडियाकर्मी लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू हत्याकांड की साजिश में गिरफ्तार किए गए शाहिल और उसकी मां विजेता को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद मंगलवार को दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया।
अन्य आरोपितों को भी सजा दिलाने का प्रयास
मां और बेटे पर कार्रवाई के बाद अब पुलिस इस हत्याकांड में कई अन्य लोगों की भी भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि मुकदमे में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करते हुए आरोपितों को सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
बेटा वीडिया बना रहा था, मां तमाशबीन बनी थी
पुलिस का कहना है कि हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान यह तथ्य सामने आया कि शाहिल अपने साथी पप्पू पर हमला होते हुए देख रहा था। वह पप्पू को बचाने के बजाय वीडियो बना रहा था। उसकी मां भी तमाशबीन बनी थी। किसी ने न तो पुलिस को सूचना दी थी और न ही बचाने की कोशिश की थी। इसके अलावा और भी कई तथ्य, साक्ष्य सामने आए, जिसके आधार पर घटना में संलिप्तता मिली।
अन्य की भूमिका का पुलिस लगा रही पता
यह भी बताया गया है कि पीड़ित परिवार ने कुछ और लोगों पर भी इस वारदात में शामिल होने का आरोप लगाया है। उनके आरोपों की जांच करने के साथ ही कई अन्य लोगों की भूमिका के बारे में पता लगाया जा रहा है।
पूरामुफ्ती के पोंगहट पुल के पास हुई थी हत्या
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बमरौली पोंगहट पुल के पास रहने वाले लक्ष्मी नारायण सिंह गुरुवार रात वह सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में पत्थर गिरिजाघर के पास चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। घटना वाली रात ही इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रामाश्रय यादव ने हत्यारोपित विशाल को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। इसके बाद शाहिल और उसकी मां विजेता को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजने की कार्रवाई की।
