प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने अधिकारियों से लंबी वार्ता के बाद अपनी प्रस्तावित महापंचायत और धरना-प्रदर्शन स्थगित कर दिया है। संगठन ने स्मार्ट मीटर, बिजली विभाग में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के विरोध में 25 नवंबर तक अपनी मांगों पर कार्रवाई न होने पर जिला मुख्यालय पर विशाल महापंचायत आयोजित करने की चेतावनी दी है।
यह वार्ता मंगलवार को धुस्सा पावर हाउस पर भाकियू के धरना स्थल पर हुई। किसान 6 नवंबर से स्मार्ट मीटर लूट, बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और उपभोक्ताओं से की जा रही अवैध वसूली के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान एसीपी धूमनगंज, एक्सईएन बमरौली और एसडीओ बमरौली (शहरी व ग्रामीण) ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनरत किसानों से बातचीत की।
वार्ता के बाद, दिल्ली में हाल ही में हुई घटनाओं को देखते हुए, भाकियू ने 12 नवंबर को प्रस्तावित प्रयागराज महापंचायत को स्थगित करने का निर्णय लिया। इसके साथ ही, मौजूदा धरना-प्रदर्शन को भी 24 नवंबर तक के लिए टाल दिया गया है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि यदि इस अवधि में उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती है, तो 25 नवंबर को जिला मुख्यालय पर एक विशाल महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
किसानों ने अपनी छह प्रमुख मांगें अधिकारियों के सामने रखीं। इनमें पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाना, बिजली विभाग के अधिकारियों और जीएमआर कंपनी के ठेकेदारों की मिलीभगत की उच्चस्तरीय जांच कराना, उपभोक्ताओं से की गई अवैध वसूली की राशि वापस करना और दोषी अधिकारियों को निलंबित कर निष्पक्ष जांच कराना शामिल है।
अन्य मांगों में संविदा कर्मियों व लाइनमैनों की नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करना और स्थानीय विद्युत आपूर्ति से जुड़ी जनसमस्याओं का त्वरित समाधान करना भी शामिल था। इस बैठक में भाकियू के युवा मंडल अध्यक्ष मोहम्मद शाकिर, मंडल उपाध्यक्ष संजय गांधी, मंडल सचिव लल्लू पटेल, जिला सचिव राम जतन पाल, जिला संगठन मंत्री पंकज पासी, जिला उपाध्यक्ष सुधीर सिंह, सरजीत पाल और राजेंद्र पटेल सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
