प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में शनिवार सुबह एक 73 वर्षीय सजायाफ्ता कैदी की अचानक मौत हो गई। जेल परिसर में नियमित दिनचर्या के दौरान कैदी के अचानक गिरने से अफरा-तफरी मच गई। अधिकारियों ने उसे तुरंत इलाज के लिए भेजा, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। घटना के बाद जेल प्रशासन ने जानकारी परिजनों तक पहुंचाई और शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
एससी-एसटी एक्ट में मिला है आजीवन कारावास
सदियावाद कर्नलगंज निवासी ताजुद्दीन पुत्र बुद्धू (73 वर्ष) को 19 अक्टूबर 2024 को हत्या और एससी-एसटी एक्ट के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। सजा के बाद से वे नैनी सेंट्रल जेल में बंद थे। शनिवार सुबह लगभग 10.30 बजे ताजुद्दीन दैनिक दिनचर्या के अनुसार अन्य बंदियों के साथ नहाने गए थे।
इसी दौरान अचानक वे जोर से लडख़ड़ाए और जमीन पर गिर पड़े। गिरते ही वे बेहोश हो गए। साथियों ने तुरंत स्थिति की जानकारी जेल अधीक्षक और अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे स्टाफ ने कैदी को पहले जेल अस्पताल पहुंचाया। वहां प्राथमिक परीक्षण के बाद उन्हें तुरंत स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
चिकित्सालय पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद कैदी को मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन ने तत्काल घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी और शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। बाद में परिजन शव को अपने साथ ले गए।
वरिष्ठ अधीक्षक जेल बोले- नहाते समय अचानक गिरे
सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि ताजुद्दीन नहाते समय अचानक गिर पड़े थे, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए भेजा गया, लेकिन उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मौत के कारण की पुष्टि होगी।
घटना के बाद जेल प्रशासन ने सभी प्रक्रियाएं नियमानुसार पूरी करते हुए शव परिजनों को सौंप दिया। यह घटनाक्रम जेल में स्वास्थ्य व्यवस्था और उम्रदराज कैदियों की निगरानी पर भी सवाल खड़ा करता है, जिसे लेकर आगे संभवतः प्रशासनिक समीक्षा की जा सकती है।