प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज से की थी डॉक्टरी की पढ़ाई, खुद को रिजर्व रखती थीं
प्रयागराज (राजेश सिंह)। दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट के आरोप में गिरफ्तार डॉ. शाहीन का प्रयागराज से पुराना नाता रहा। दरअसल, वह 8-10 वर्षों तक मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में रहकर एमबीबीएस व पीजी की पढ़ाई की थी।
बम ब्लास्ट में डॉ. शाहीन का नाम आते ही उनके साथ एमबीबीएस करने वाले पुराने साथी भी अचरज में हैं। वर्ष 1996 बैच की डॉ. शाहीन के बैच में 84 एमबीबीएस छात्र-छात्र रहे। लेकिन डॉ. शाहीन अपनी क्लास की सबसे रिजर्व रहने वाली स्टूडेंट मानी जाती थी।
नाम न छापने की शर्त पर उस बैच के एक डॉक्टर बताते हैं कि साहिन का नाम दिल्ली बम ब्लास्ट में आने के बाद हर कोई हतप्रभ हो गया। कभी सोचा ना था कि जो स्टूडेंट हमारे साथ पढ़ाई करती हो वह इतने बड़ी आतंकी हमले में शामिल होगी।
आगे बताते हुए कहते हैं, 2016 के बाद से वह किसी के संपर्क में नहीं रही। 1996 बैच का सिल्वर जुबली 2021 में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हुआ था। इसमें सभी उस बैच के सभी पुरा छात्रों को आमंत्रित किया जा रहा था। शाहिन से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया था।
कई बार डॉ. शाहीन से मंगवाई थी किताबें
उनके बैच के एक डॉक्टर उन दिनों का जिक्र करते हुए बताया कि शाहीन लखनऊ की रहने वाली थी। 2-3 बार हमने मेडिकल से संबंधित किताबें उससे लखनऊ से मंगवाई थी। दरअसल, एमबीबीएस की किताबें प्रयागराज में नहीं मिल पाती थी इसकी वजह से कई छात्र शाहीन से किताबें मंगाया कराते थे।
हालांकि डॉ. शाहीन के बारे में कोई भी कुछ बातचीत करने से परहेज कर रहा है। मेडिकल कॉलेज के स्टाफ का कहना है कि आज इस नामचीन मेडिकल कॉलेज का नाम इसलिए चर्चा में आएगा, यह कभी सोचा नहीं था।
