प्रयागराज (राजेश सिंह)। विवि प्रशासन ने बीते दिनों परिसर में अराजकता फैलाने समेत कई अन्य आरोपों में चंद्र प्रकाश, संजय, निधि यादव एवं सौम्या को विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिया था। इनमें से तीन विद्यार्थियों को परिसर में प्रवेश से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके विरोध में छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
विद्यार्थियों के निलंबन के विरोध में छात्र-छात्राओं ने सोमवार को भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी गेट पर धरना-प्रदर्शन किया। मांगें नहीं माने जाने पर नाराज विद्यार्थी देर रात तक विवि के मेन गेट पर डटे रहे। उन्होंने लाइब्रेरी भी बंद नहीं करने दिया। विद्यार्थियों का कहना था कि निलंबन वापस लिए जाने तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके विपरीत विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने निर्णय को सही ठहराया है हालांकि हलफनामा देने पर निलंबन वापस लेने के लिए सहमत हो गया है।
विवि प्रशासन ने बीते दिनों परिसर में अराजकता फैलाने समेत कई अन्य आरोपों में चंद्र प्रकाश, संजय, निधि यादव एवं सौम्या को विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिया था। इनमें से तीन विद्यार्थियों को परिसर में प्रवेश से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके विरोध में छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी क्रम में सोमवार को भी बड़ी संख्या में विद्यार्थी विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी गेट पर एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। वे छात्र-छात्राओं का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। दिशा छात्र संगठन, आइसा आदि संगठनों के बैनर तले आंदोलन में शामिल विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। इनके समर्थन में पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अदील हमजा समेत अन्य छात्र नेता भी पहुंचे और निलंबन वापस लिए जाने की मांग की। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से विद्यार्थियों से वार्ता की गई लेकिन कोई बात नहीं बनी।
इसके बाद चीफ प्रॉक्टर की सूचना पर एडीएम सिटी समेत अन्य अफसर भी पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं से बात की लेकिन देर रात तक गतिरोध बना रहा। विद्यार्थियों का कहना है कि मांग पूरी नहीं होती तो वे रात भर विश्वविद्यालय के गेट पर बैठे रहेंगे हालांकि आंदोलन बढ़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन के रुख में कुछ परिवर्तन आया है।
चीफ प्रॉक्टर प्रो.राकेश कुमार सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में चारों विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके वीडियो फुटेज भी हैं। नोटिस भेजकर इनके अभिभावकों को भी बुलाया गया है। उनका कहना है कि यदि निलंबित विद्यार्थी हलफनामा देते हैं कि प्रदर्शन समाप्त करके अब विश्वविद्यालय विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे तो उनका निलंबन वापस लिए जाने पर उदारता पूर्वक विचार किया जाएगा।
लाइब्रेरी में घुसे कई प्रदर्शनकारी छात्र
प्रदर्शनकारी छात्र देर रात लाइब्रेरी में भी घुस गए। आमतौर पर लाइब्रेरी रात नौ बजे बंद हो जाती है लेकिन उन्होंने बंद नहीं करने दिया। इसकी जानकारी होने पर चीफ प्रॉक्टर ने पुलिस फोर्स बुला ली। चीफ प्रॉक्टर का कहना है कि 40-50 आंदोलनकारी लाइब्रेरी में घुस गए हैं। वे लाइब्रेरी बंद नहीं कर दे रहे हैं। इससे अराजकता की आशंका बन गई है। देर रात तक यह गतिरोध बना रहा।