प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में लगातार कोहरा और सर्द हवाओं ने गलन को और बढ़ा दिया है। बुधवार को दिनभर धूप नहीं निकलने से ठंड का असर बना रहा। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में घने कोहरे और न्यूनतम तापमान में गिरावट की चेतावनी जारी की है।
प्रयागराज में सर्दी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कोहरे और सर्द हवाओं की वजह से बुधवार को पूरे दिन गलन भरी ठंड ने लोगों को परेशान किया। सुबह के समय हालात यह रहे कि घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई। यह स्थित पूरे दिन बनी रही और सूर्य के दर्शन नहीं हुए। दफ्तर, स्कूल व बाजार जाने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिन चढ़ने के बावजूद धूप नहीं निकल सकी, जिससे ठंड से राहत नहीं मिली। सर्द हवाओं ने शरीर में कंपकंपी बढ़ा दी।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में साफ दिखाई दे रहा है। पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से ठंडी हवा सीधे मैदानी इलाकों तक पहुंच रही है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। विभाग ने चेतावनी दी है कि 27 दिसंबर के बाद ठंड और तेज हो सकती है तथा गलन बढ़ने के आसार हैं।
बुधवार की सुबह कोहरे के कारण दृश्यता लगभग शून्य रही। सड़कों पर वाहन लाइट जलाकर चलते देखे गए। रेलवे और सड़क यातायात पर भी कोहरे का असर दिखा। ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से पहुंचीं, वहीं हाईवे पर वाहन धीमी रफ्तार से चलते नजर आए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की गलन भरी ठंड में बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी गई है।
नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से भी अलाव जलाने की व्यवस्था तेज कर दी गई है, ताकि जरूरतमंद लोगों को ठंड से कुछ राहत मिल सके। रैन बसेरों में भी ठहरने वालों की संख्या बढ़ने लगी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मौसम को देखते हुए सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर के अंत तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है। अगले दो से तीन दिनों तक घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। ऐसे में जनजीवन पर ठंड का असर और गहरा हो सकता है।
सुबह आठ बजे तक सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
देर रात से शुरू हुआ कोहरे का असर सुबह करीब आठ बजे तक प्रभावी रहा। इसकी वजह से दृश्यता शून्य हो गई। ऐसे में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।
सुबह के समय घर से न निकलें सांस के रोगी
एसआरएन अस्पताल के टीबी चेस्ट रोग विभाग के प्रो. डॉ. एडी शुक्ला ने कोहरे व सर्द हवाओं को देखते हुए सांस, बीपी व शुगर के रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने ऐसे मरीजों को सुबह के समय घर से न निकलने के लिए कहा है। ऐसे लोगों के लिए घर पर ही व्यायाम करना बेहतर है।