होटल एवं रेस्टोरेंट व्यवसायी तय रेट के अनुसार श्रद्धालुओं को सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना करें सुनिश्चित
प्रयागराज (राजेश सिंह)। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में जनपद के होटल एवं रेस्टोरेंट व्यवसायिओं एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रयागराज धार्मिक नगरी एवं तीर्थों का राजा है। यहां सभी तीर्थयात्री श्रद्धाभाव के साथ आते है और आप लोगो के द्वारा विगत कुम्भ में श्रद्धाभाव से लोगो के ठहरने, खाने-पीने की व्यवस्था की गयी थी, फिर भी कहीं-कहीं से ओवररेट एवं अन्य प्रकार की शिकायतें प्राप्त हुई थी। गंगा-यमुना सरस्वती के तट पर आयोजित होने जा रहे माघ मेला-2026 में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और आगंतुकों को आध्यात्मिक अनुभूति के साथ वह यहां की यादगार अनुभव लेकर जायें, यह हम सभी लोगो का मुख्य उद्देश्य है। इसलिए जो भी श्रद्धालु आयें वह अनुचित व्यवहार, ओवर रेट अथवा अन्य कारणों से अपने आपको ठगा महसूस न करें। इसलिए सर्वसम्मति से रेट तय कर अपने-अपने व्यवसायिक संस्थान में रेट लिस्ट को चस्पा कर दें तथा उसी रेट पर सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने खाद्यय सुरक्षा अधिकारी से सभी ढाबों पर खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता सुनिश्चित करने के साथ उचित मूल्य पर बिक्री सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है। उन्होंने सभी होटल व्यवसायिओं से कहा कि किसी भी प्रकार की होटल बुकिंग से सम्बंधित ऑनलाइन फ्राड की जानकारी हो, तो उससे तुरंत अवगत कराये। उन्होंने कहा कि रेट को उचित रखा जाये और खाद्यय सामाग्री की गुणवत्ता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे। सभी लोग अपने स्तर से अपने-अपने किचन की जांच करा लें, कि कोई भी एक्सपायरी खाद्यय सामग्री का प्रयोग न हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि होम स्टे के इच्छुक लोग पर्यटन विभाग से सम्पर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को अनरजिस्टर्ड होमस्टे की जांच कराये जाने एवं मानक का पालन करने वाले होमस्टे का पंजीकरण कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि व्यापार के साथ-साथ सेवाभाव के साथ काम करना है। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी लोगो से कहा कि आप सभी प्रबुद्धवर्ग के लोग है और आपके बीच कोई ऐसा कार्य न हो, जिससे कोई भी श्रद्धालु यहां से खराब अनुभव लेकर जाये। उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार से यह महसूस न हो कि उनकी मजबूरी का फायदा लिया जा रहा है, इसलिए होटलों में रूम, खान-पाने की चीजों का उचित एवं निर्धारित रेट ही श्रद्धालुओं से लिया जाये। उन्होंने होटल एवं रेस्टोरेंट व्यवसायिओं से उनके-उनके सुझाव भी प्राप्त किए तथा शहर की यातायात एवं जाम की समस्या पर भी चर्चा की गयी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर सत्यम मिश्र, खाद्यय सुरक्षा अधिकारी सहित जनपद के होटल एवं रेस्टोरेंट के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
