पूर्वांचल रीजन के 10 डिपो बस होगी संचालित, रोडवेज को मेले 25 फीसदी अधिक आय की उम्मीद
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज माघ मेला में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बिना रुके परिवहन सुविधा देने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज ने इस बार रिकॉर्ड 3800 बसें चलाने की तैयारी कर ली है। यह संख्या पिछले मेले की तुलना में करीब 1500 बसें अधिक है। रोडवेज प्रशासन का लक्ष्य है कि भीड़ प्रबंधन के साथ श्रद्धालुओं को घाटों तक सुगम और सुरक्षित यात्रा उपलब्ध कराई जाए, वहीं शहरवासियों की रोजमर्रा की आवाजाही भी प्रभावित न हो।
चार अस्थायी बस अड्डों से आसान पहुंच
मेले में भीड़ प्रबंधन को देखते हुए इस बार पारंपरिक दो बस अड्डों के साथ दो नए अस्थायी बस अड्डे भी बनाए जा रहे हैं। इनके माध्यम से श्रद्धालुओं को नजदीकी घाटों तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
1. झूसी (गंगा पार) अस्थायी बस अड्डा
बनारस, गोरखपुर, आजमगढ़, जौनपुर की ओर से आने वाले श्रद्धालु यहां उतरेंगे।
यहां से संगम की ओर जाने के लिए शटल व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।
भीड़ बढ़ने पर पटेल बाग पार्किंग को भी सपोर्ट स्टेशन बनाया जाएगा।
2. लेप्रोसी (यमुना पार) अस्थायी बस अड्डा
रीवा, एमपी बॉर्डर, बांदा, मिर्जापुर, सोनभद्र क्षेत्र से आने वाले यात्री यहां उतरेंगे।
रेल घाट निकट होने से श्रद्धालुओं को नजदीकी स्नान स्थल तक सीधे पहुंच मिलेगी।
3. फाफामऊकृजिला कच्छार बस अड्डा (नया)
भीड़ और आकस्मिक जरूरत को देखते हुए लखनऊ रूट की बसें यहां से संचालित होंगी।
4. नेहरू पार्क बस अड्डा (नया)
कानपुर रूट की बसें यहां से चलेंगी।
ये दोनों रूट सामान्य दिनों में विद्यावाहिनी बस स्टैंड से संचालित होते हैं, लेकिन मेले में भीड़ कमदृज्यादा होने पर संचालन स्थान बदला जाएगा।
सिटी बसें रहेंगी नियमित, मोनी अमावस्या पर यातायात प्लान बदलेगा
रोडवेज आरएम रवींद्र कुमार ने बताया, शहरवासियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए सिटी बस सेवा सामान्य दिनों में यथावत चलेगी। केवल मौनी अमावस्या जैसे उच्च भीड़ वाले दिन यमुना पुल बंद होने की स्थिति में सिटी बसों को लेप्रोसी डिपो से ही शटल मोड में चलाया जाएगा। पुल के 24 घंटे बंद रहने पर बसें छिवकी और चाक घाट की तरफ डायवर्ट रहेंगी। स्थिति सामान्य होते ही पूरी सेवा शहर में दोबारा बहाल कर दी जाएगी।
पूर्वांचल के 10 रीजन से आएंगी बसें
मेला संचालन के लिए प्रयागराज मंडल के साथ पूर्वांचल के 10 क्षेत्रों को शामिल किया गया है।इनमें प्रमुख हैंकृगोरखपुर, आजमगढ़, बनारस, लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, चित्रकूटधाम-बांदा सहित प्रयागराज एवं आसपास के मंडल। लक्ष्य है कि श्रद्धालुओं और आम यात्रियों दोनों को पर्याप्त बसें मिलती रहें।
यात्री सुरक्षा सहित टिकटिंग की तैयारी
आरएम रोडवेज ने स्पष्ट किया है कि टिकट केवल बस के अंदर ही जारी किए जाएंगे ताकि किसी तरह की धोखाधड़ी की आशंका न रहे। कंडक्टर बस चलने के बाद ही टिकट जारी करेगा। प्राथमिकता आय बढ़ाने से ज्यादा सुरक्षित और व्यवस्थित यात्रा सुनिश्चित करना है।
माघ मेला आने वालों के लिए बसें कहां से मिलेंगी?
झूंसी बस अड्डा- पूर्वांचल व बनारस मंडल से आने वाले श्रद्धालु
लेप्रोसी बस अड्डा- एमपी, बांदा, मिर्जापुर रूट
फाफामऊ (जिला कच्छार)- लखनऊ रूट
नेहरू पार्क- कानपुर रूट
विद्यावाहिनी सीएमपी चौराहा- सामान्य दिनों में सभी रूटों की मुख्य सेवा
संगम कैसे पहुंचें?
सभी बस अड्डों से सीधी शटल सुविधा, झूंसी से संगम तक अतिरिक्त पार्किंगदृशटल व्यवस्था ,यमुना पार से रेलघाट सबसे नजदीकी स्नान बिंदु होगा।
भीड़ वाले दिनों में कुछ रूट डायवर्ट रहेंगे
सिटी बसें केवल घाट क्षेत्रों तक चलाई जाएंगी। पुल बंद रहने पर वैकल्पिक रूटों पर इंतजाम किया जाएगा। पास से बस स्टैंड से श्रद्धालुओं को रोडवेज की सेवा मिलेगी।
आय में 20-25ः बढ़ोतरी की उम्मीद
रोडवेज का अनुमान है कि बेहतर प्रबंधन और अधिक बसों की उपलब्धता से इस बार 20दृ25ः तक राजस्व वृद्धि संभव है। लेकिन प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुविधा को ही दी जाएगी।
