प्रयागराज (राजेश सिंह)। माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को जाम से नहीं जूझना पड़े, वे आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच जाएं। इसके लिए पुलिस और प्रशासन लगातार मंथन कर रहा है। इसी के तहत अब शहर आने वाले हर प्रमुख मार्गों की रंगों से कोडिंग करने की योजना बनाई गई है। यह रंग उस मार्ग की पहचान होंगे।
मंडलायुक्त ने यातायात व्यवस्था पर की समीक्षा
माघ मेले में यातायात व्यवस्था को लेकर चल रही तैयारियों की शुक्रवार को मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने समीक्षा की। कमिश्नर कार्यालय के गांधी सभागार में हुई इस बैठक में मेला, पुलिस, प्रशासन और रेलवे से जुड़े अधिकारी शामिल रहे।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पुष्कर वर्मा ने कमिश्नर को बताया कि माघ मेले में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए 5200 से अधिक साइनेज लगाए जाएंगे। इन्हें लगाने के लिए सात वर्गों में बांट कर स्थल चिह्नित किए गए हैं। यह साइनेज डायवर्जन प्वाइंट, जनपदीय सीमा, पार्किंग व होल्डिंग एरिया, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, चौराहे व मेला क्षेत्र की सीमाओं पर लगाए जाएंगे।
डायवर्जन प्वाइंट पर भी कलर कोडिंग होगी
जनपद के बाहर बनाए गए डायवर्जन प्वाइंट्स पर भी साइनेज लगाए जाएंगे। इसके अलावा प्रयागराज आने वाले सभी सातों मार्गों पर साइनेज की अलग से कलर कोडिंग होगी। जौनपुर मार्ग पर ग्रे, वाराणसी मार्ग पर मस्टर्ड, मिर्ज़ापुर/सोनभद्र मार्ग पर गुलाबी, रीवा/सतना मार्ग पर वायलेट, कानपुर/कौशांबी मार्ग पर पीले, लखनऊ मार्ग पर हरे और सुल्तानपुर मार्ग पर भूरे रंग के साइनेज लगाए जाएंगे। यह निर्धारित रंगों वाले यह साइनेज मार्गों को पहचानने में सहूलियत देंगे। बैठक में एडीआरएम एनसीआर दीपक कुमार, अपर मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद, रीजनल ट्रांसपोर्ट अफसर हिमेश तिवारी भी मौजूद रहे।
स्थानों की पहचान कराएंगे मवेशियों के चित्र
डंही डमसं 2026 मेले में स्थानों व मार्गों की पहचान को सरल बनाने के लिए डाल्फिन, चींटी, केकड़े आदि मवेशियों के चित्र वाले साइनेज बोर्ड भी लगाने की योजना है। पार्किंग, होल्डिंग एरिया और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सभी इमरजेंसी नंबर, मेला हेल्पलाइन व संबंधित अधिकारियों के नंबर भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
