लखनऊ (राजेश शुक्ला)। केंद्रीय मंत्री और करहल से भाजपा उम्मीदवार, एसपी सिंह बघेल ने अपनी जीत के लिए दुर्गा मां के मंदिर जाकर प्रार्थना की है. इसी सीट से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी चुनाव लड़ रहे हैं. जब बघेल से पूछा गया कि क्या मैनपुरी को 'यादवलैंड' कहे जाने का मिथक टूटेगा, तो उन्होंने कहा कि, 'मिथक निश्चित रूप से टूट जाएगा.
*राम गोपाल यादव के निशाने पर एस. पी. सिंह बघेल*
सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि तीसरे चरण के कुछ जिलों में भाजपा कोई सीट नहीं जीत पा रही है. करहल से इनको कोई उम्मीदवार नहीं मिल पा रहा था, इसलिए आखिरी समय में बली का बकरा बनाने एस. पी. सिंह बघेल को भेजा गया है. इस बार ऐसा लग रहा है कि लोग सिर्फ अखिलेश यादव का चेहरा देखकर वोट दे रहे हैं.
*करहल विधानसभा सीट का इतिहास*
मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी की परंपरागत सीट मानी जाती है, और यही कारण है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव इस बार करहल से चुनाव लड़ रहे हैं. साल 1993 के बाद से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ही यहां से चुनाव जीतते आए हैं. बीजेपी ने 2002 में इस सीट पर फतह हासिल की थी. करहल विधानसभा से अखिलेश यादव को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि बसपा ने कुलदीप नारायण को टिकट दिया है. इस बार सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है.
मैनपुरी को 'यादवलैंड' कहे जाने का टूटेगा भ्रम: एसपी सिंह बघेल
रविवार, फ़रवरी 20, 2022
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