गोंडा (राजेश सिंह)। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल शुरू होने से पहले ही अपराधियों में खौफ दिखाई देने लगा है। मामला गोंडा जिले का है, जहां एक अपराधी हाथ में आत्मसमर्पण की तख्ती देकर थाने पहुंच गया। आरोपी अपहरण के मामले में फरार चल रहा था। थाने पहुंच कर आत्मसमर्पण के दौरान वांछित अभियुक्त गौतम सिंह ने कहा कि "हमको आत्मसमर्पण करवा लो और गोली ना मारो, हमको गोली से डर लगता है" जिसके बाद अब अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियुक्त के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की गई है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक गोण्डा संतोष मिश्रा ने इस वक्त अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रखा है। जिससे डर कर अपहरण की घटना में संलिप्त वांछित अभियुक्त गौतम सिंह अपने भाई अनिल सिंह के साथ थाने पहुंच गया। उसने बताया कि मैं व्यापारी अपहरण कांड में शामिल रहा था। पुलिस अधीक्षक गोण्डा की अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के डर और भय से खुद थाने में आकर आत्मसमर्पण किया हूं। आगे उसने कहा कि मुझे माफ कर दीजिए मैं बहुत डर गया हूं कप्तान साहब का सुनकर की गोली मार देंगे। मैं बहुत डर गया हूं सर मुझे माफ कर दीजिए। आज समर्पण कर रहा हूं मैं। मुझे गोली मत मारिये सर। मैं तांबेपुर का रहने वाला हूं. मेरा नाम गौतम सिंह है और पिता का नाम राजेश्वरी सिंह है। मैंने गल्ला व्यापारी को उठाया था। बभनान से उसके दुकान से मेरे साथ राजकुमार शिवम जुबेर और हम थे।
पहले भी गिरफ्तार हुए कई आरोपी
बता दें कि मामले एम गोंडा की छपरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूरे मामले में पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद पुलिस विभाग के दौरान दो आरोपी को गिरफ्तार किया था और आज चौथा आरोपी थाने में सरेंडर किया है।