मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
होली के त्यौहार पर गांव की सफाई सदियों से की जाती रही है।मेजा के ग्राम भ इयां टी में 400वर्ष पुराना मंदिर है, श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर से संबंधित सैकड़ों गांव के हजारों श्रद्धालु एकत्रित होकर बड़े ही भक्ति भाव के साथ फगुआ का गान करते हुए रंग का आनंद लेते हैं। मन्दिर के पीठाधीश्वर श्री ब्रह्मानंद जी महाराज द्वारा बताया गया कि मंदिर के संस्थापक परमहंस गोपाल मणिदास जी महाराज जिनका जीवन काल 300वर्ष से भी अधिक का रहा है।16वीं सदी में जाति -पांत के बंधन से मुक्त होकर समरसता को बनाये रखने हेतु मंदिर स्थापित किया था जिसका परिणाम है कि समस्त जातियों के लोग मिलकर परमहंसजी द्वारा रचित फागु गाते हुए पूरे गांव की परिक्रमा करते हैं। शाम के समय भव्य भंडारा का आयोजन किया जाता है। ग्रामीणों द्वारा तैयारी में पूरे गांव की साफ-सफाई की जाती है।
कोरोना पीरियड में भीड़ पर अंकुश था किन्तु इस बार की होली में पर्याप्त संख्या में दूर-दराज से भी सुंदर साथ नाम से जाने जानेवाले भक्त गण एकत्रित हुए।जिससे मंदिर प्रांगण का नजारा मथुरा वृदावन से कम नहीं था।