मेजा क्षेत्र के मेजिया गांव में लगी आग ने 5 बीघे गेहूं की खड़ी फसल को जलाकर खाक कर दिया। घटना की खबर मिलते ही दमकल कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया।
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
गर्मी का मौसम आते ही आग लगने की घटनाएं सामने आने लगती हैं। कई बार खेत में आग लगने से किसान की खड़ी फसल बर्बाद हो जाती है और नुकसान सहना पड़ता है। ताजा मामला मेजा क्षेत्र के मेजिया गांव का है। जहां दो जगह गेहूं की खड़ी फसल में बिजली का तार टूटने से आग लग गई, जिसके चलते 4 किसानों के खून पसीने की कमाई जलकर खाक हो गई।खेतो में लगी भीषण आग ने 5 बीघे गेहूं की खड़ी फसल को जलाकर खाक कर दिया। घटना की खबर मिलते ही दमकल कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो चुकी थी।तेज हवा के कारण आग भयंकर रूप धारण कर तेजी से 5 बीघे की खड़ी फसल को अपने आगोश में ले लिए।दरअसल सोमवार की दोपहर बाद मेजा के मेजिया में गेहूं की खड़ी फसल में अचानक लगी। आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते 8 किसानों अरुण मौर्य,इंद्रमणि कुशवाहा, मंजे सुरेंद्र,सुनीता देवी,शोभनाथ,रामसुमेर,नेबबुलाल, गेदुराही गांव के दूरपति की लगभग 5 बीघे से ज्यादा गेहूं की खड़ी फसल और लालजी यादव का बगीचा जलकर खाक हो गया।
पहले तो ग्रामीणों ने खुद ही आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तेज हवा के कारण किसानों द्वारा आग पर काबू नही पाया जा सका।इसी बीच किसानों द्वारा फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचती तब तक 5 बीघे गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई।दमकल कर्मियों और ग्रामीणों की मदद से आग को रोकने में सफलता मिली। पीड़ितों ने तहसील प्रशासन से जांच कराकर मुआवजे की मांग की है।