प्रयागराज (राजेश सिंह). प्रयागराज के गंगापार में सामूहिक हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बात यह है कि सामूहिक हत्या की वारदात गंगापार इलाके में ही अधिक हो रही है। आखिर ऐसी वारदातें गंगापार के क्षेत्रों में ही क्यों हो रही है, इस अनुत्तरित प्रश्न का उत्तर न लोगों के पास है और न ही इसका जवाब संभवत: पुलिस के पास ही है। पिछले पांच वर्षों का आंकड़ा देखें तो प्रयागराज के गंगापार इलाके में सामूहिक हत्याएं हो रही हैं। इसी 1 अप्रैल की रात में नवाबगंज थाना क्षेत्र निवासी एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या हुई थी। वहीं अब 22 अप्रैल की रात में थरवई में भी पांच लोगों की हत्या हुई, वे सभी एक ही परिवार के थे। नवाबगंज हत्याकांड का पुलिस राजफाश नहीं कर सकी है, अब एक नई चुनौती मिली है। अपराधियों ने फिर पांच हत्या कर मानो पुलिस को खुली चुनौती दे दी है।
प्रयागराज के गंगापार इलाके में वर्ष 2017 से मास मर्डर का सिलसिला शुरू हुआ था। कई वारदातों का राजफाश अब तक पुलिस नहीं कर सकी है। वहीं जिन घटनाओं का खुलासा हुआ भी उसे लेकर पुलिस पर उंगली भी उठी। नवाबगंज के खागलपुर में पति, पत्नी और उनकी तीन बेटियों की धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस घटना का राजफाश करने के लिए पुलिस की सात टीमें लगी हैं, लेकिन अब तक अपराधी नहीं पकड़े जा सके।
वर्ष 2017 के मार्च माह में गंगापार के थरवई थाना में बड़ी वारदात हुई थी। शिवरात्रि मेले के दौरान पडिला महादेव मंदिर परिसर में राजस्थान के पति-पत्नी और उनकी बेटी को जिंदा जला दिया गया था। सभी की मौत हुई थी। नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर गांव में पति पत्नी और उनकी दो बेटियों को मार डाला गया था। यह घटना वर्ष 2017 के अप्रैल माह में हुई थी। पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया। कुछ की गिरफ्तारी हुई, उन्हें पुलिस ने जेल भेजा। हालांकि बाद में पकड़े गए लोगों को निर्दोष बताया गया।
यह वारदात सात दिसंबर 2018 की है। सोरांव थाना क्षेत्र के बिगहिया गांव में महिला, उसकी बेटी और दामाद और नाती की हत्या हुई थी। इसी थाना क्षेत्र में पांच जनवरी 2020 में एक ही परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने बिहार गैंग के आधा दर्जन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया था।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर गांव में नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर उर्फ पसियापुर गांव में महिला और उसके दो बेटों को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने एक रिश्तेदार को जेल भेजा था। इसी प्रकार वर्ष 2020 की जुलाई महीने में होलागढ़ थाना क्षेत्र के बरई हरख गांव में विमलेश, उसके बेटे व दो बेटियों की गला रेतकर हत्या हुई थी। उसकी पत्नी को जख्मी किया गया था। पुलिस ने इस मामले में छेमार गैंग के बदमाशों को गिरफ्तार कर हत्याकांड का राजफाश किया था।